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बीएचयू में नौकरी के इंटरव्यू में अयोग्य ठहराया गया छात्र, मांगी इच्छा मृत्यु

बीएचयू के दर्शन शास्त्र (फिलोस्फी) विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर साक्षात्कार में अयोग्य ठहराये जाने पर छात्र ने इच्छा मृत्यु मांगी है।  दलित पीएचडीधारी छात्र ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र...

बीएचयू में नौकरी के इंटरव्यू में अयोग्य ठहराया गया छात्र, मांगी इच्छा मृत्यु
कार्यालय संवाददाता,वाराणसीTue, 03 Dec 2019 07:36 AM
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बीएचयू के दर्शन शास्त्र (फिलोस्फी) विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर साक्षात्कार में अयोग्य ठहराये जाने पर छात्र ने इच्छा मृत्यु मांगी है।  दलित पीएचडीधारी छात्र ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में  कहा है कि बीएचयू में सहायक प्रोफेसर की नियुक्ति में आरक्षित वर्ग के पदों को नॉट फाउंड सुटेबल बताया जा रहा है। इससे अच्छा तो मैं अपना पारंपरिक पेशा ही करता तो ठीक था। इन संस्थानों में हमारे जैसों के लिए कोई जगह नहीं है। 

छात्र ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वह बीएचयू के कुलपति को निर्देश दें कि जिन विषयों में अभ्यर्थियों को नॉट फाउंड सुटेबल किया गया है उन पर दुबारा से साक्षात्कार कराया जाए। छात्र का आरोप है कि बीएचयू के दर्शन विभाग में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित एक पद के लिए कुल 12 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार हुआ। लेकिन सभी को अयोग्य ठहरा दिया गया। 

ऐसा ही कला इतिहास तथा अर्थशास्त्र विभाग में भी अनुसूचित जाति वर्ग के साथ हुआ। इतिहास विभाग में अन्य पिछड़े वर्ग के आरक्षित पद में आए सभी अभ्यर्थियों को अयोग्य करार दिया गया और इस पद को नहीं भरा गया। संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के धर्मागम विभाग तथा आयुर्वेद संकाय के मेडिसिनल केमेस्ट्री विभाग में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित पद अयोग्य करार दिए जाने के कारण खाली रह गए।
 

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