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खुलासा: बच्चों को बचाने के लिए मां ने किया संघर्ष, पति ने किया 15 बार चाकू से वार

यूपी के गाजियाबाद में मरने से पहले अंशुबाला ने अपने बच्चों को बचाने के लिए जमकर संघर्ष किया था। अंशुबाला के शरीर पर हत्यारे ने चाकू के कुल 15 वार किए हैं। मौके पर भी महिला का शव रसोई के बाहर जिस...

खुलासा: बच्चों को बचाने के लिए मां ने किया संघर्ष, पति ने किया 15 बार चाकू से वार
ट्रांस हिंडन | प्रमुख संवाददाताTue, 23 Apr 2019 09:36 AM
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यूपी के गाजियाबाद में मरने से पहले अंशुबाला ने अपने बच्चों को बचाने के लिए जमकर संघर्ष किया था। अंशुबाला के शरीर पर हत्यारे ने चाकू के कुल 15 वार किए हैं। मौके पर भी महिला का शव रसोई के बाहर जिस स्थान पर मिला वहां कई जगह खून उसके हाथ-पैर से लगा हुआ था। जबकि बच्चों के सिर पर धारदार हथियार से पीछे से वार करने के साथ ही गला रेता गया है। यह खुलासा शवों के पोस्टमार्टम से हुआ है। आपको बता दें कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों की हत्या कर फरार हो गया था।

बुधवार शाम करीब तीन बजे अंशुबाला (32), प्रथमेश (7) आकृति (4) और आरव (4) के शव का पोस्टमार्टम शुरू किया गया। शाम 5:30 बजे शवों का पोस्टमार्टम पूरा होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। शाम करीब छह बजे से सात बजे के बीच परिजनों ने शवों का अंतिम संस्कार हिंडन स्थित शमशान घाट पर कर दिया। अंतिम संस्कार में बिहार से आए कुछ रिश्तेदार भी शामिल हुए। 

पोस्टमार्टम में मृतकों के किसी नशीली दवा पाए जाने का पता नहीं चला है। जिस तरह महिला के शरीर पर चाकू के 15 वार मिले हैं और फ्लैट में रसोई के बाहर महिला का शव मिला उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि महिला ने बच्चों को बचाने के लिए संघर्ष किया था। हाथों पर चाकू के सबसे अधिक वार किए गए हैं। क्योंकि महिला ने खुद को बचाने के लिए हाथों से वार रोकने का प्रयास किया होगा। पुलिस अनुमान लगा रही है कि शनिवार देर रात 12 बजे से 2 बजे के बीच यह वारदात हुई होगी।

‘खुद मर जाता सुमित तो दिल को तसल्ली हो जाती'
मृतका अंशूबाला उर्फ पूजा के भाई पंकज कुमार का कहना है कि सुमित बेहद चालाक इंसान है। वह एक झूठ को छिपाने के लिए हजारों झूठ बोल सकता है। उसने वीडियो में सायनाइड खाकर जान देने की बात कही है, लेकिन उसने खाया क्यूं नहीं, अगर वह सायनाइड खाकर मर जाता तो उन्हें तसल्ली हो जाती। अंशूबाला के परिवार ने आर्थिक तंगी में चार लोगों की नृशंस हत्या से इंकार किया है। .

अंशु के पिता वैद्यनाथ का कहना है कि सुमित 14 लाख रुपये के पैकेज पर बंगलुरू में आईटी कंपनी में नौकरी करता था। तीन माह पहले ही उसकी नौकरी छूटी थी इसलिए आर्थिक तंगी जैसे हालात नहीं थे। वह कोरबा में कोल इंडिया से सेवानिवृत्त हैं। वह भी उसके परिवार की अक्सर मदद करते थे। सुमित की नशे की लत की जानकारी उन्हें करीब डेढ़ साल पहले ही हुई थी। इसी लत के चलते वह पत्नी से झगड़ा करता था और बच्चों को बुरी तरह मारता पीटता था। पंकज का कहना है कि बुधवार को वह अंतिम बार अपनी बहन अंशू के घर गया था। उस वक्त सब कुछ ठीक ठाक था। .

फेसबुक पर सक्रिय था
ज्ञान खंड-4 में पत्नी और तीन बच्चों की धारदार हथियार से हत्या के बाद से फरार आरोपी ने घटना वाली रात में ही फेसबुक पर एक वीडियो को शेयर किया है। फेसबुक पर शेयर वीडियो दुनिया में बढ़ती आबादी को लेकर जिक्र है। इसके अलावा हाल के दिनों में आरोपी लगातार पीएम मोदी के विरोधी पोस्ट शेयर करता रहा है। जबकि उसकी पत्नी के फेसबुक पर आखिरी पोस्ट साल 2018 में की गई है। घटना की रात में आरोपी सुमित कुमार ने फेसबुक पर अपनी ही पोस्ट को दोबारा शेयर किया है। .

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