ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हुआ साइबर वकील, एक ऐप से लगा 93 लाख का चूना; आप न करें ये गलती
27 जून तक वकील ने कुल 93 लाख रुपये विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए थे, जिसके बाद आरोपी से संपर्क नहीं हो पाया। वकील को आखिरकार एहसास हुआ कि उसके साथ फ्रॉडो हो चुका है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक साइबर वकील ही व्हाट्सएप घोटाले का शिकार हो गया और उसे 93 लाख रुपये का चूना लग गया। यहां मजेदार बात ये है कि पीड़ित खुद एक साइबर अपराध मामलों का विशेषज्ञ है। उसे जालसाजों ने बैंक अधिकारी बनकर ठगा। वकील केरल के तिरुवनंतपुरम का रहने वाला है। उसको शेयर बाजार में निवेश करने के नाम पर हो रहे घोटाले में इतनी बड़ी रकम का चूना लगा है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, धोखाधड़ी का शिकार शख्स एक वरिष्ठ वकील है जो सीमा शुल्क और एनआईए सहित केंद्रीय एजेंसियों का भी प्रतिनिधित्व करता है। यह घोटाला 21 जून को शुरू हुआ जब वकील को उसके व्हाट्सएप पर एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने उसे शेयर बाजार में ट्रेडिंग से महत्वपूर्ण संभावित लाभ का भरोसा दिलाया। इसके बाद, वकील को “क्लब 88” नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया और “ब्लॉक टाइगर्स” नामक एक मोबाइल ऐप इंस्टॉल करने का निर्देश दिया गया।
घोटालेबाज ने वकील को शेयर बाजार में भारी मुनाफे का वादा करके लालच दिया। फिर पीड़ित को "क्लब 88" नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया और "ब्लॉक टाइगर्स" नामक एक मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया। वकील को दूसरी बार कॉल किया गया, जिसमें उसे दो किस्तों में 5 लाख रुपये जमा करने का निर्देश दिया गया। कॉल करने वाले ने झूठा दावा किया कि इन पैसों से स्टॉक ट्रेडिंग से काफी मुनाफा होगा। इससे खुश होकर वकील ने और पैसे निवेश कर दिए।
27 जून तक वकील ने कुल 93 लाख रुपये विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए थे, जिसके बाद आरोपी से संपर्क नहीं हो पाया। वकील को आखिरकार एहसास हुआ कि उसके साथ फ्रॉडो हो चुका है और वादा किया गया मुनाफा धोखाधड़ी था। इसके बाद उसने साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ऑनलाइन घोटाले से कैसे रहें सुरक्षित? समझें
ऑनलाइन निवेश के अवसर आकर्षक हो सकते हैं, लेकिन उनमें छिपे हुए धोखाधड़ी के खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यहां कुछ महत्वपूर्ण टिप्स हैं, जो आपको ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी से सुरक्षित रहने में मदद करेंगे:
विश्वसनीय स्रोतों का चयन करें: केवल उन्हीं निवेश प्लेटफार्मों का इस्तेमाल करें जो अच्छी तरह से स्थापित और विश्वसनीय हों। किसी अनजान वेबसाइट या ऐप से निवेश करने से बचें।
दस्तावेजों की जांच करें: निवेश से संबंधित सभी दस्तावेजों को अच्छी तरह से पढ़ें और समझें। किसी भी संदिग्ध या अस्पष्ट जानकारी के मामले में विशेषज्ञ की सलाह लें।
रिसर्च करें: जिस कंपनी या व्यक्ति में आप निवेश कर रहे हैं, उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें। उनके पिछले रिकॉर्ड, वित्तीय स्थिति और समीक्षाओं को जांचें।
अत्यधिक लाभ का वादा: अगर कोई निवेश योजना आपको अत्यधिक और गारंटीड लाभ का वादा करती है, तो सतर्क रहें। ऐसे वादे अक्सर धोखाधड़ी का संकेत होते हैं।
संवेदनशील जानकारी साझा न करें: अपनी व्यक्तिगत जानकारी, बैंक विवरण, पासवर्ड या ओटीपी किसी से भी साझा न करें। विश्वसनीय कंपनियां कभी भी इन जानकारियों की मांग नहीं करतीं।
सुरक्षित इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल करें: केवल सुरक्षित और निजी इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल करें। सार्वजनिक वाई-फाई पर निवेश संबंधित कार्य करने से बचें।
दो-फैक्टर ऑथराइजेशन (2FA) का इस्तेमाल करें: जहां संभव हो, अपने निवेश खाते पर दो-फैक्टर ऑथराइजेशन सक्षम करें। यह अतिरिक्त सुरक्षा की एक परत प्रदान करता है। यानी लॉगिन करने के लिए केवल पासवर्ड ही नहीं चाहिए होगा बल्कि मोबाइल ओटीपी, ऑथराइज्ड ऐप आदि की भी जरूरत होगी।
सतर्क रहें: अगर आपको कोई अनचाही कॉल, ईमेल या संदेश प्राप्त होता है जिसमें निवेश का अवसर बताया जाता है, तो सतर्क रहें और उसकी सत्यता की जांच करें।
संकेतों पर ध्यान दें: अगर आपको कोई भी चीज असामान्य या संदिग्ध लगे, जैसे कि अज्ञात लिंक, गलतियां या अपर्याप्त जानकारी, तो उस पर क्लिक न करें।
सुझावों की सलाह लें: अगर आपको कोई निवेश योजना समझ नहीं आ रही है, तो वित्तीय विशेषज्ञ या सलाहकार से परामर्श लें।
ऑनलाइन निवेश में समझदारी और सतर्कता बरतना अत्यंत आवश्यक है। इन टिप्स को ध्यान में रखते हुए आप खुद को धोखाधड़ी से बचा सकते हैं और सुरक्षित निवेश का आनंद ले सकते हैं।
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