संजय निरूपम बोले- कांग्रेस-NCP सरकार केवल कल्पना है, शिवसेना का समर्थन कांग्रेस के लिए घातक
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर हलचल तेज हो गई है। एक तरफ बैठकों को दौर चल रहा है तो दूसरी ओर नेताओं की बयानबाजी भी चल रही है। मुंबई कांग्रेस के नेता संजय निरूपम ने राज्य में तेजी से बदलते समीकरणों...
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर हलचल तेज हो गई है। एक तरफ बैठकों को दौर चल रहा है तो दूसरी ओर नेताओं की बयानबाजी भी चल रही है। मुंबई कांग्रेस के नेता संजय निरूपम ने राज्य में तेजी से बदलते समीकरणों पर कहा है कि- महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी सरकार केवल एक कल्पना है। अगर हम उस कल्पना को वास्तविकता में बदलना चाहते हैं, तो शिवसेना के समर्थन के बिना यह संभव नहीं होगा और यदि हम शिवसेना का समर्थन लेते हैं, तो यह कांग्रेस के लिए घातक होगा। निरुपम का ये बयान तब आया है जब महाराष्ट्र में दूसरा सबसे बड़ा एनसपी-कांग्रेस गठबंधन भी सरकार बनाने का दावा कर रहा है।
बता दें कि कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट करके कहा था कि कि महाराष्ट्र के राज्यपाल को एनसीपी-कांग्रेस को आमंत्रित करना चाहिए क्योंकि वह दूसरा सबसे बड़ा गठबंधन है। उन्होंने कहा कि बीजेपी-शिवसेना ने अब सरकार से इनकार कर दिया है। उधर, एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा, अगर भाजपा-शिवसेना सरकार बनाती है, तो हम विपक्ष में बैठेंगे। अगर वे सरकार नहीं बनाते हैं तो कांग्रेस-एनसीपी एक वैकल्पिक सरकार बनाने की कोशिश करेंगी। हमने राज्य में राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए 12 नवंबर को अपने सभी विधायकों की बैठक बुलाई है।
Sanjay Nirupam, Congress on Maharashtra govt formation: Congress-NCP govt in Maharashtra is only an imagination. If we want to convert that imagination into reality, it won't be possible without Shiv Sena's support & if we take Shiv Sena's support, it will be fatal for Congress. pic.twitter.com/HrJhrv5JCY
— ANI (@ANI) November 10, 2019
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को समाप्त हो गया है और भाजपा-शिवसेना के बीच सरकार गठन को लेकर गतिरोध जारी है। इसी बीच खरीद-फरोख्त की आशंका के मद्देनजर महाराष्ट्र कांग्रेस के 34 विधायकों को पार्टी शासित राजस्थान भेज दिया गया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- हमें कांग्रेस विधायकों को राजस्थान लाना पड़ा है, क्योंकि वहां बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त का खतरा था। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को अनुसार भाजपा के पास 105 विधायक हैं और उसका दावा है कि उसे कुछ निर्दलीय तथा छोटी पार्टियों के विधायकों का समर्थन प्राप्त है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि 288 सीटों वाली विधानसभा में क्या वह बहुमत के 145 के आंकड़े पर पहुंच सकती है या नहीं।