मंत्री पद से इस्तीफे के बाद RLSP अध्यक्ष कुशवाहा बोले- उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी केंद्र सरकार
2019 के लोकसभा चुनाव (2019 Lok Sabha Election) में दो से ज्यादा सीटें नहीं मिलने से नाराज रालोसपा (RLSP) अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के...
2019 के लोकसभा चुनाव (2019 Lok Sabha Election) में दो से ज्यादा सीटें नहीं मिलने से नाराज रालोसपा (RLSP) अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
इस्तीफे के बाद केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पीएम मोदी ने बिहार के लिए स्पेशल पैकेज देने की घोषणा की थी। लोगों का लगा था कि बिहार के अच्छे दिन आएंगे। लेकिन नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना पर हजारों करोड़ रुपये फूंक दिए गए लेकिन नतीजे नहीं लाए गए। ऐसे में ओबीसी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय के उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद RLSP अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार को स्पेशल पैकेज नहीं मिला। ओबीसी और दलितों को न्याय नहीं मिल रहा है।
कुशवाहा ने अपना इस्तीफा पीएम नरेंद्र मोदी को भेज दिया है। आपको बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र (Winter session of parliament) मंगलवार से शुरू हो रहा है। कुशवाहा के इस्तीफे से बिहार में राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं। आपको बता दें कि कुशवाहा अभी केंद्र में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री हैं और काफी समय से नाराज चल रहे हैं।
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी प्रमुख पिछले कुछ सप्ताहों से बीजेपी और उसके अहम सहयोगी दल के नेता, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे थे। रालोसपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में दो से ज्यादा सीटें नहीं मिलने के भाजपा के संकेतों के बाद से कुशवाहा नाराज चल रहे थे। दूसरी ओर भाजपा और जदयू के बीच बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बन रही थी।
रालोसपा के एक वरिष्ठ नेता ने सुबह ही बता दिया था कि कुशवाहा आज बीजेपी से अपनी राह अलग करने की घोषणा कर सकते हैं। वह केंद्रीय मंत्री के पद से भी इस्तीफा दे देंगे। रालोसपा विपक्ष से हाथ मिला सकती है जिसमें लालू प्रसाद की राजद और कांग्रेस शामिल हैं। बिहार से लोकसभा में 40 सांसद आते हैं।
एनडीए की बैठक में नहीं होंगे शामिल
उधर, रविवार को दिल्ली रवाना होने के पूर्व पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में यह पूछे जाने पर कि क्या वह एनडीए की बैठक में शामिल नहीं होंगे, इस पर उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया था। सिर्फ इतना कहा कि जा तो रहे हैं, पर देखिए। यह भी कहा कि दिल्ली जा रहे हैं तो समझ लीजिए कि क्यों जा रहे होंगे। गौरतलब है कि इससे पहले कुशवाहा ने कहा कि वह 10 दिसम्बर को नई दिल्ली में एनडीए की होने वाली बैठक में शामिल होंगे। इसके लिए उनको एक केन्द्रीय मंत्री का बुलावा भी आया है। वहीं, एक अन्य सवाल पर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि वह अब सीट शेयिरंग पर कोई बात नहीं करेंगे। यह भी कहा कि उनका गठबंधन जदयू के साथ नहीं बल्कि भाजपा से है।