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भारत में सबसे ज्यादा युवा COVID-19 पॉजिटिव, महिलाओं में कोरोना वायरस का संक्रमण कम

भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस महामारी से अबतक 2500 से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। इस वैश्विक महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र है। एक...

भारत में सबसे ज्यादा युवा COVID-19 पॉजिटिव, महिलाओं में कोरोना वायरस का संक्रमण कम
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्ली।Fri, 03 Apr 2020 09:35 PM
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भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस महामारी से अबतक 2500 से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। इस वैश्विक महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र है। एक रिसर्च के मुताबिक संक्रमित लोगों में सर्वाधिक युवा हैं, जो कि अन्य देशों की तुलना में ठीक उल्टा है। 

देश में कोविड महामारी को लेकर एक ताजा अध्ययन के मुताबिक महिलाओं-पुरुषों में जो एक बात समान है, वह है युवाओं का अधिक संख्या में इसकी चपेट में आना। इसके विपरीत विदेशों में बुजुर्ग इसकी चपेट में ज्यादा आ रहे हैं। आइए जानते हैं भारत के संदर्भ में इस शोध की कुछ खास बातें।

43 फीसदी रोगियों की उम्र 39 से कम: भारत में संक्रमित 1,801 लोगों पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि 43 फीसदी लोग 20 से 39 साल के बीच हैं। 17 फीसदी लोग 40 से 59 साल की उम्र के हैं। यानी भारत में कोरोना वायरस सबसे ज्यादा युवा और कामकाजी आबादी को अपनी चपेट में ले रहा है।

20 से 30 साल के रोगी 21 फीसदी: आंकड़े के मुताबिक 1,801 में से 22 फीसदी मरीजों की उम्र 30 से 39 साल के बीच है। इसके बाद 21 फीसदी की उम्र 20 से 29 साल के बीच है, जबकि 17 फीसदी संक्रमित लोगों की उम्र 40 से 49 साल के बीच है।

महिलाओं में संक्रमण कम: रोगियों की संख्या में लैंगिक तौर पर अंतर स्पष्ट दिखाई देता है। आंकड़ों के मुताबिक, 1,801 मामलों में से 73 फीसदी पुरुष हैं, जबकि महिलाएं सिर्फ 27 प्रतिशत हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित महिलाओं के मामले में ज्यादातर की उम्र 20 से 29 साल के बीच है।

60 पार के मरीज सिर्फ 19 फीसदी: चीन और इटली से आने वाली रिपोर्ट में कहा जा रहा था कि कोरोना वायरस से प्रभावित होने वालों में सबसे ज्यादा संख्या वृद्ध लोगों की है। लेकिन भारत में कुल मामलों में 60 साल या इससे ज्यादा की उम्र वाले मरीजों संख्या सिर्फ 19 फीसदी है। 80 साल से ऊपर की उम्र वाले मात्र दो फीसदी लोग ही कोरोना वायरस से प्रभावित हैं।

तीन फीसदी रोगी बच्चे: देश में 01 अप्रैल,2020 तक तीन फीसदी यानी 46 केस ऐसे आए थे​ जिसमें कोरोना संक्रमित मरीज की उम्र 10 साल से कम है। विशेषज्ञों के मुताबिक सिर्फ कम उम्र किसी को इस खतरनाक बीमारी से नहीं बचा सकती। हालांकि वैश्विक स्तर पर 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले यानी बुजुर्गों की आबादी को कोरोना से प्रभावित होने का सबसे ज्यादा खतरा है। लेकिन यह संक्रमण किसी को भी हो सकता है। यह युवाओं और बच्चों की भी जान ले रहा है।

बिना लक्षण वाले मरीजों से खतरा: इस वायरस से जुड़ी खास बात यह है कि किसी व्यक्ति में यह संक्रमण हल्का हो सकता है, तो किसी में अधिक। कम संक्रमण पर कोई संकेत या लक्षण नहीं दिखते, लेकिन फिर भी वह व्यक्ति इस वायरस का वाहक बनकर दूसरे लोगों में इसे पहुंचा सकता है। इसलिए हर किसी को समाजिक दूरी बनाकर रखनी चाहिए। हाथ साफ रखने के नियमों का सख्ती से पालन करने की जरूरत है।

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