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मुश्किल दौर से गुजर रहे पर्यटन की नई पहचान होगा राम मंदिर

राम मंदिर भारत के पर्यटन उद्योग की नई पहचान बनेगा। कोरोना महामारी की वजह से बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहे पर्यटन उद्योग को राम मंदिर से काफी उम्मीदें हैं। उद्योग का मानना है कि राम मंदिर से पर्यटन को...

मुश्किल दौर से गुजर रहे पर्यटन की नई पहचान होगा राम मंदिर
सुहेल हामिद,नई दिल्लीTue, 04 Aug 2020 05:17 AM
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राम मंदिर भारत के पर्यटन उद्योग की नई पहचान बनेगा। कोरोना महामारी की वजह से बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहे पर्यटन उद्योग को राम मंदिर से काफी उम्मीदें हैं। उद्योग का मानना है कि राम मंदिर से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। दुनिया भर में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों के साथ विदेशी पर्यटक भी अयोध्या आएंगे।

राम मंदिर का निर्माण पांच अगस्त से शुरु हो रहा है। भव्य राम मंदिर के तय वक्त के अंदर पूरा होने की उम्मीद है। राम मंदिर से जहां घरेलू धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए भी राम मंदिर एक महत्वपूर्ण स्थल होगा। विदेशों में रहने वाले भारतीय मूल के लोग दर्शन करने जरुर आएंगे। दुनिया में विदेशी भारतीयों की संख्या करीब साढ़े तीन करोड़ है।

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भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों में करीब तीस फीसदी हिस्सेदारी विदेश में रहने वाले भारतीयों की होती है। कोरोना महामारी से पहले यानी वर्ष 2019-20 में एक करोड़ से अधिक विदेशी पर्यटक भारत आए थे। इनमें से तीस लाख विदेश में रहने वाले भारतीय थे। एसोचैम टूरिज्म कमेटी के अध्यक्ष सुभाष गोयल कहते हैं कि राम मंदिर धार्मिक पर्यटन का महत्वपूर्ण स्थान होगा। विदेश में रहने वाले भारतीय भगवान राम के दर्शन करने अयोध्या जरुर आएंगे।

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पर्यटन उद्योग के जानकार मानते हैं कि राम मंदिर से घरेलू पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। अयोध्या के साथ भगवान राम से जुड़े स्थल भी लोग देखेंगे। पर्यटन मंत्रालय रामायण सर्किट के तहत भगवान राम से जुड़े स्थलों की पहले ही पहचान कर चुका है। राज्य सरकार के साथ मिलकर इन सभी स्थलों के विकास परियोजनाओं पर काम चल रहा है। रामायण सर्किट के तहत विकास के लिए अयोध्या के साथ नंदीग्राम, श्रृगवेरपुर, चित्रकूट (यूपी व एमपी), सीतामढ़ी, जगदलपुर, नासिक, भद्राचलम, हम्पी और रामेश्वरम सहित 15 स्थानों की पहचान की गई है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार काफी राशि जारी भी कर चुकी है।

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