राजस्थान मामला फिर पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, स्पीकर ने हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ दायर की याचिका
राजस्थान में सियासी संकट के बीच एक बार फिर से विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। जोशी ने 24 जुलाई को आए राजस्थान हाई कोर्ट के पायलट खेमे की अर्जी पर फैसले के खिलाफ सुप्रीम...
राजस्थान में सियासी संकट के बीच एक बार फिर से विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। जोशी ने 24 जुलाई को आए राजस्थान हाई कोर्ट के पायलट खेमे की अर्जी पर फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में नई याचिका दायर की है।
सचिन पायलट सहित कांग्रेस के 19 बागी विधायकों की रिट याचिका पर राजस्थान हाईकोर्ट ने 24 जुलाई को विधानसभा स्पीकर के नोटिस पर स्टे लगा दिया था। इस हिसाब से अगले आदेश तक पायलट गुट की सदस्यता को कोई खतरा नहीं है। इसके बाद विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी ने हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट रुख किया था। हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी अर्जी वापस ले ली थी। जोशी ने शिकायत की थी कि हाई कोर्ट का आदेश उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है।
Rajasthan Speaker CP Joshi files fresh Special Leave Petition in Supreme Court against the stay order passed by the Rajasthan High Court on the writ petition by Sachin Pilot & 18 other MLAs asking Speaker to not take action against them. pic.twitter.com/Z8GWdEz8fC
— ANI (@ANI) July 29, 2020
सुप्रीम कोर्ट में सीपी जोशी का पक्ष रख रहे वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट को बताया था कि राजस्थान हाई कोर्ट ने 24 जुलाई को एक नया आदेश पारित किया है, जिसमें 10वीं अनुसूची की व्याख्या सहित कई अन्य मुद्दे उठाए गए थे। सिब्बल ने कहा था कि वे कानूनी विकल्पों की तलाश करेंगे। वहीं, सीपी जोशी ने बुधवार शाम को राज्यपाल कलराज मिश्र से राजभवन में मुलाकात की थी।
बता दें कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट के खिलाफ लड़ाई पिछले दिनों खुलकर सामने आ गई थी। पायलट ने अपने कुछ विधायकों के साथ दिल्ली और हरियाणा का रुख कर लिया था। इसके बाद से गहलोत सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे। हालांकि, गहलोत ने पूर्ण बहुमत होने का दावा किया है।
कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक में बुलाए जाने के बावजूद भी हिस्सा नहीं लेने के चलते पायलट गुट पर कार्रवाई कर दी थी। कांग्रेस ने सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटा दिया था। उनके खेमे के दो मंत्रियों को भी हटा दिया गया था। इसके बाद से ही राज्य में सियासी गहमागहमी की शुरुआत हो गई थी।