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भारत-चीन की झड़प को लेकर बोले राहुल- सरकार के नींद में होने की कीमत जवानों को चुकानी पड़ी

शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गलवान में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प को लेकर भारतीय सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि-अब यह स्पष्ट हो गया है कि:  1. गलवान...

भारत-चीन की झड़प को लेकर बोले राहुल- सरकार के नींद में होने की कीमत जवानों को चुकानी पड़ी
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीFri, 19 Jun 2020 12:51 PM
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शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गलवान में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प को लेकर भारतीय सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि-अब यह स्पष्ट हो गया है कि: 

1. गलवान में चीनी हमला पूर्व नियोजित था।
 2.  भारत सरकार सो रही थी और उसने समस्या से इनकार कर दिया था।
3. इसकी कीमत हमारे शहीद जवानों को चुकानी पड़ी।

उन्होंने अपने ट्वीट के साथ एक समाचार रिपोर्ट अटैच की जिसमें केंद्रीय मंत्री श्रीपाद नाइक ने कहा है कि 15 जून का हमला "चीन द्वारा पूर्व नियोजित" था। नाईक ने कहा है कि भारतीय सैनिकों पर हमले की योजना चीन ने पहले से बना रखी थी और भारतीय सुरक्षा बल इसका करारा जवाब देंगे। गांधी ने गुरुवार को भी सरकार पर हमला किया था, जिसमें उन्होंने पूछा था कि क्या भारतीय सैनिकों को लद्दाख की गैलवान घाटी में "निहत्थे" भेजा गया था।

गौरतलब है कि  बीते 15 जून की रात गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सेना की झड़प में चीन के 40 से ज्यादा जवान या तो घायल हुए या मारे गए। वहीं भारत केे 20 जवान शहीद हुए। सैन्य सूत्रों ने जानकारी दी कि इससे पहले पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक झड़प वाले स्थान के पास भारत और चीन की सेनाओं के डिविजनल कमांडरों के बीच बैठक बेनतीजा रही। मेजर जनरल स्तरीय बातचीत में गलवान घाटी से सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया को लागू करने पर चर्चा हुई । छह जून को दोनों पक्षों के बीच उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता में इसी पर सहमति बनी थी।

लेह स्थित 3 इन्फेंट्री डिविजन के कमांडर मेजर जनरल अभिजीत बापट ने वार्ता में भारतीय प्रतिनिधित्व का नेतृत्व किया। मंगलवार को भी दोनों पक्षों के बीच मेजर जनरल स्तरीय बातचीत हुई। एक सूत्र ने बताया, ''दोनों पक्षों की ओर से हिंसक झड़प के मुद्दे उठाए गए । भारत ने क्षेत्र में पीछे हटने की प्रकिया में तेजी लाने को कहा। हालांकि कोई सफलता नहीं मिली।  पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में ऊंचाई वाले इलाके में एक संकीर्ण पहाड़ी रास्ते पर चीनी सेना द्वारा निगरानी चौकी स्थापित किए जाने की वजह से भारत और चीन की सेना के बीच हिंसक झड़प हुयी थी।

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