मदद करिए, 70 लोग मर गए हैं… संसद में राहुल गांधी ने वायनाड हादसे पर केंद्र सरकार से लगाई गुहार
राहुल गांधी ने संसद में वायनाड भूस्खलन का मुद्दा उठाया है। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से जल्द से जल्द मदद पहुंचाने की अपील के साथ साथ भूस्खलन की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वायनाड में भूस्खलन का मुद्दा उठाया है। वायनाड में मंगलवार को अलग अलग जगहों कर हुए भूस्खलन में अब तक 50 से ज्यादा मौतों की पुष्टि हो चुकी है। लोकसभा चुनाव में वायनाड से सांसद चुने गए राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि वह बचाव और राहत के लिए जल्द से जल्द मदद पहुंचाए और प्रभावित लोगों को तत्काल मुआवजा मिले। मंगलवार को लोकसभा में बोलते हुए कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि इन घटनाओं के लिए रिस्क जोन में आपदाओं की बढ़ती संख्या पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
राहुल गांधी ने कहा, "आज सुबह वायनाड में कई भूस्खलन हुए जिसमें 70 से अधिक लोग मारे गए हैं। मुंडकाई गांव का संपर्क टूट गया है और अभी स्थिति पूरी तरह साफ नहीं हुई है जिससे जान-माल के नुकसान की जांच पूरी तरह नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर रक्षा मंत्री और केरल के मुख्यमंत्री से भी बात की है। वायनाड के पूर्व सांसद ने कहा, "मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि बचाव और राहत कार्य के लिए हर संभव सहायता दी जाए और मृतकों के परिजनों को तत्काल मुआवजा दिया जाए।” उन्होंने मुआवजा बढ़ाए जाने की भी मांग की है। उन्होंने कहा है कि रास्ते पर यातायात को जल्द से जल्द बहाल किया जाए और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए रोडमैप तैयार किया जाए।"
देश में भूस्खलन के मामलों में वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए गांधी ने कहा, "जब मैं बात कर रहा हूं, इस समय भी वायनाड और पश्चिमी घाट के कई इलाकों में भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। हमारे देश में पिछले कुछ सालों में भूस्खलन में मामलों में बेतहासा वृद्धि हुई है। भूस्खलन के खतरे वाले इलाकों की मैपिंग करने और नाजुक क्षेत्रों में आपदाओं को देखते हुए उपाय करने और एक्शन प्लैन बनाने की आवश्यकता है।"
इससे पहले मामले पर दुख प्रकट करते हुए एक्स पर एक पोस्ट में राहुल गांधी ने कहा, "मैं वायनाड में मेप्पाडी के पास हुए भूस्खलन की घटना से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मुझे उम्मीद है कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं उन्हें जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा, "मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड के जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि बचाव कार्य जारी है। मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ मिल कर काम करने, एक कंट्रोल रूम स्थापित करने और राहत कार्यों में किसी भी तरह की सहायता के लिए तुरंत हमें सूचित करने का अनुरोध किया है। मैं केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा और उनसे वायनाड को हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध करूंगा। मैं सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता करने का आग्रह करता हूं।"