पंजाब में नहीं लागू होने देंगे नागरिकता कानून, CAA के खिलाफ एड़ी चोटी का जोर लगाएगी कांग्रेस: अमरिंदर सिंह
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि उनकी सरकार राज्य में नागरिकता संशोधन अधिनियम को लागू नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसके खिलाफ ऐड़ी चोटी का जोर लगा देगी। बता दें कि ये...
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि उनकी सरकार राज्य में नागरिकता संशोधन अधिनियम को लागू नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसके खिलाफ ऐड़ी चोटी का जोर लगा देगी। बता दें कि ये बातें अमरिंदर ने एक मार्च में अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में कई जगह विरोध देखने को मिला है। इस दौरान काफी हिंसा और आगजनी के मामले सामने आए।
यहां बता दें कि इस विधेयक के जरिए बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदुओं, सिख, जैन, पारसी, बौद्ध और ईसाइयों के लिए बिना वैध दस्तावेजों के भी भारतीय नागरिकता हासिल करने का रास्ता साफ हो जाएगा। भारत की नागरिकता के लिए 11 साल देश में निवास करना जरूरी है लेकिन इस संशोधन के बाद बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के शरणार्थियों के लिए निवास अवधि को घटाकर 6 साल करने का प्रावधान है। बिल में इस खास संशोधन को देश के अवैध प्रवासियों की परिभाषा बदलने के सरकार के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
Punjab Chief Minister's Office: CM Captain Amarinder Singh's govt will not allow implementation of #CitizenshipAmendmentAct in Punjab& Congress would continue to fight it tooth&nail, declared the CM while addressing party leaders&workers at a protest march. (File pic) pic.twitter.com/W95CH8H4jx
— ANI (@ANI) December 30, 2019
कांग्रेस और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट धार्मिक आधार पर नागरिकता देने को लेकर इसका विरोध कर रहे हैं। दरअसल इस सोशोधन को 1985 के असम करार का उल्लंघ्न बताया जा रहा है जिसमें साल 1971 के बाद बांग्लादेश से आए सभी धर्मों के नागरिकों को निर्वासित करने की बात कही गई थी।