Puducherry Floor Test: पुडुचेरी में बहुमत साबित कर पाएगी कांग्रेस सरकार? जानिए क्या कहते हैं आंकड़े
पुडुचेरी में कांग्रेस की गठबंधन सरकार को सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट पास करने की चुनौती का सामना करना है। राज्य सरकार को पिछले कुछ हफ्तों में लगातार एक के बाद एक कई झटके लगे हैं। रविवार को...
पुडुचेरी में कांग्रेस की गठबंधन सरकार को सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट पास करने की चुनौती का सामना करना है। राज्य सरकार को पिछले कुछ हफ्तों में लगातार एक के बाद एक कई झटके लगे हैं। रविवार को कांग्रेस के एक और डीएमके के एक विधायक ने पद से इस्तीफा दे दिया। राज्य सरकार बहुमत के लिए जरूरी आंकड़े से नीचे आकर 12 पर पहुंच गई है। विधानसभा की कुल संख्या 33 है। कांग्रेस विधायक के लक्ष्मीनारायणन और डीएमके के विधायक वेंकटेशन ने रविवार को अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी। उस समय तक विपक्ष के पास 14 विधायकों का साथ था। विधानसभा में कुल सात विधायकों के इस्तीफे के बाद अब 26 का कुल आंकड़ा है। इस तरह से बहुमत का आंकड़ा 14 पहुंच गया है। कांग्रेस के चार विधायक, जिसमें पूर्व मंत्री ए नमशिवयम और कृष्णा राव भी शामिल हैं, पद से इस्तीफा दे चुके हैं। वहीं, एक विधायक को पिछले साल पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निकाल दिया गया था।
33 सदस्यीय विधानसभा में, 30 निर्वाचित सीटें हैं और तीन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नॉमिनेटेड सदस्य हैं। कांग्रेस के वर्तमान में नौ विधायक हैं। इनमें विधानसभा अध्यक्ष एसपी शिवकोलुंदी भी शामिल हैं, जिन्हें तब तक मतदान करने की अनुमति नहीं है जब तक कि कोई टाई न हो। कांग्रेस के पास डीएमके के दो विधायकों और माहे से चुने गए एक निर्दलीय विधायक का समर्थन है। विपक्ष के पास पूर्व मुख्यमंत्री एन रंगासामी के नेतृत्व वाली अखिल भारतीय एनआर कांग्रेस के सात विधायक हैं, और चार एआईएडीएमके के हैं। बीजेपी के नॉमिनेटेड सदस्य भी हैं, जिन्हें वोट देने की अनुमति होगी।
तेलंगाना के राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन, जिन्हें पिछले हफ्ते मंगलवार को पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था, ने नारायणसामी को 22 फरवरी को एक फ्लोर टेस्ट का आदेश देकर बहुमत साबित करने के लिए गुरुवार को निर्देश दिया था। दो और विधायकों के इस्तीफे रविवार को तब आए, जब सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर भविष्य को लेकर चर्चा की। वहीं, वर्तमान विधायक सोमवार को एक घंटे तक बैठक करेंगे। पुडुचेरी के एक कांग्रेसी नेता ने कहा, "हमें विश्वास मत में शामिल होने या उपराज्यपाल (एलजी) को अपना इस्तीफा सौंपने पर फैसला लेना है।"
लेफ्टिनेंट गवर्नर सुंदरराजन ने सत्तारूढ़ गठबंधन को शाम 5 बजे तक बहुमत साबित करने के लिए कहा है। यहां तक कि अगर सभी सत्तारूढ़ विधायक मौजूद रहेंगे, तो भी कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार 11 वोटों के साथ बहुमत के आंकड़े से पीछे ही रह जाएगी। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "चुनाव दो महीने से भी कम समय दूर हैं इसलिए हम चुनावों की दिशा में काम करेंगे, जहां लोग हमें बहुमत देंगे।" पुडुचेरी के एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा कि वे सरकार बनाने का दावा नहीं करेंगे। एक हफ्ते में, चुनाव की तारीखों की घोषणा की जाएगी, तो लगभग 60 दिनों के लिए सरकार चलाने का क्या मतलब है?"
वहीं, इस मसले पर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस इस संकट को एक भावनात्मक मुद्दे में बदल सकती है। राजनीतिक टिप्पणीकार रवींद्रन दुरीसामी ने कहा, ''यह स्पष्ट है कि नारायणसामी विश्वास मत जीतने में सक्षम नहीं होंगे, इसलिए वे अपनी उपलब्धियों और आगामी चुनाव की बातों को उजागर करने के लिए फ्लोर टेस्ट का उपयोग कर सकते हैं।