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पीएम मोदी का विशेष विमान एयर इंडिया का नहीं, एयर फोर्स का होगा, जानें वजह

मिसाइल हमले को नाकाम करने वाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान अगले साल जून 2020 तक भारत में आ जाएगा। यह विमान एंटी मिसाइल तकनीक लगी होगी। प्रधानमंत्री के प्रयोग के लिए लंबी दूरी के दो बोइंग 777...

  पीएम मोदी का विशेष विमान एयर इंडिया का नहीं, एयर फोर्स का होगा, जानें वजह
शिशिर गुप्ता,नई दिल्लीWed, 09 Oct 2019 01:33 PM
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मिसाइल हमले को नाकाम करने वाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान अगले साल जून 2020 तक भारत में आ जाएगा। यह विमान एंटी मिसाइल तकनीक लगी होगी। प्रधानमंत्री के प्रयोग के लिए लंबी दूरी के दो बोइंग 777 विमान भारतीय वायुसेना के बेडे में शामिल होगा ना कि एयर इंडिया के। 

इस विमान में मिसाइल रक्षा प्रणाली है जो एयर इंडिया के बजाय भारतीय वायु सेना के नियंत्रण में रखने की आवश्यकता हो सकती है। वहीं सरकार भी एयर इंडिया में अपने हिस्से को विभाजित करने की प्रक्रिया में है। साउथ ब्लॉक के एक अधिकारी ने कहा कि दो बोइंग 777 विमानों को लेने वाली एजेंसी पर निर्णय लिया जाना बाकी है।

अगर यह विमान भारतीय वायुसेना के पास जाता है जैसा कि चर्चा की जा रही है, एक दूसरे अधिकारी ने कहा, इसका मतलब यह हो सकता है कि प्रधानमंत्री के विमान का कॉल साइन भी एयर इंडिया वन से एयर फोर्स वन में बदलेगा।

इन विमानों का उपयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू द्वारा उपयोग किया जाएगा। अभी तीनों लोग एयर इंडिया के बोइंग बी 747 विमानों का प्रयोग करते हैं।दक्षिण ब्लॉक के अधिकारियों के अनुसार, डलास में बोइंग सुविधा में बनाए जा रहे दो विमान सुरक्षा उपायों के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति की वायुसेना के विमान के बराबर होंगे। ये ईंधन भरने के लिए बिना रुके अमेरिका और भारत के बीच उड़ान भर सकते हैं।

अभी एयर इंडिया से चार्टर्ड बोइंग बी 747 विमान लगभग दो दशक से अधिक पुराने हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पिछले महीने अपने तीन देशों के दौरे पर जिस विमान में उड़ान भर रहे थे, वह 26 साल से सेवा में है। साउथ ब्लॉक के अधिकारियों ने कहा कि नए विमानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ऑफिस की जगह, बैठक कक्ष और संचार प्रणालियों की एक विस्तृत श्रृंखला देने के लिए तैयार किया गया है।

19 करोड़ डॉलर में समझौता
इस साल फरवरी में अमेरिका इस विमान के लिए दो मिसाइल डिफेंस सिस्टम बेचने पर सहमत हो गया था। एंटी मिसाइल तकनीक को एयर इंडिया वन में लगाने के लिए करीब 19 करोड़ डॉलर का समझौता हुआ था।

क्या है एयर इंडिया वन
केंद्र सरकार ने वीवीआइपी सुरक्षा के लिए ‘एयर इंडिया वन’ को मंजूरी दी थी। दो दशकों से अति विशिष्ट लोगों की सेवा कर रही एयर इंडिया की बोइंग 747 जंबो जेट की जगह अब ‘एयर इंडिया वन’ ने लिया। विशेष प्रकार के मेटल से बने विमान में तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। 

ऐसे करेगा बचाव
एंटी मिसाइल तकनीक बड़े विमानों को सुरक्षा कवच प्रदान करेगा। यह सिस्टम स्थापित होने के बाद क्रू वॉर्निंग की अवधि को बढ़ाता है। चालक दल के एक्शन में आए बगैर यह अपना काम करेगा। पायलट को बस सूचित किया जाएगा कि एक मिसाइल का पता लगा है और सिस्टम उसे वहीं जाम कर देगा।

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