राष्ट्रपति चुनाव: 55 सांसद विधानसभाओं में करेंगे मतदान
देश के 15वें राष्ट्रपति के लिए सोमवार को होने के लिए मतदान में 55 सांसद विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन सांसदों में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और...
देश के 15वें राष्ट्रपति के लिए सोमवार को होने के लिए मतदान में 55 सांसद विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन सांसदों में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर शामिल हैं।
चुनाव आयोग के मुताबिक, जहां एक ओर 55 सांसद विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं में मतदान करेंगे। उसी प्रकार पांच विधायक संसद भवन में मतदान करेंगे। चार विधायक ऐसे भी हैं जो अपने राज्य के इतर दूसरे राज्य की विधानसभा में अपने मत का इस्तेमाल करेंगे।
आयोग ने कहा, नियमों के मुताबिक सांसद या विधायक आयोग से यह कह सकते हैं कि एक अपवाद के तौर पर उन्हें किसी अन्य स्थान पर मतदान की इजाजत दी जाए। चुनाव आयोग के दस्तावेज के मुताबिक 14 राज्यसभा और 41 लोकसभा सदस्यों को सोमवार को संसद भवन की बजाय राज्य विधानसभाओं में मत डालने की इजाजत दी गई है। इनमें पर्रिकर, आदित्यनाथ के अलावा उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य प्रमुख है। इन्होंने संसद की अपनी सदस्यता नहीं छोड़ी है। पर्रिकर जहां राज्यसभा के सदस्य हैं, आदित्यनाथ और मौर्य लोकसभा सदस्य हैं। हालांकि, विधानसभा में मतदान करने वाले सांसदों में अधिकतर तृणमूल कांग्रेस के हैं।
अलग-अलग होगा मतपत्र
विधायकों और सांसदों के मत मूल्य अलग-अलग होते हैं। ऐसे में कोई गलतफहमी पैदा न हो, सांसदों और विधायकों के मतपत्र अलग-अलग रंग के होंगे। सांसद जहां अपना वोट डालने के लिए हरे रंग के मतपत्र का इस्तेमाल करेंगे वहीं विधायक गुलाबी रंग के मतपत्र का इस्तेमाल करेंगे।
मतदान के लिए खास कलम
राष्ट्रपति चुनाव में सांसदों और विधायकों खास तरह की कलम से मतदान करेंगे। किसी अन्य कलम से मत डालने पर उसका मत अवैध घोषित कर दिया जाएगा। आयोग ने आम चुनावों में मतदाताओं की उंगलियों पर लगाई जाने वाली अमिट स्याही के आपूर्तिकर्ता मैसूर पेंट्स से बैंगनी रंग की स्याही वाले इस खास पेन को खरीदा है। इस पेन का अपना एक अद्वितीय सीरियल नंबर होता है तथा संसद और राज्य विधानसभाओं में मतदान करने से ठीक पहले मतदाता सांसद/विधायक को यह पेन दी जाएगी। आयोग के मुताबिक, वोटिंग चैंबर में प्रवेश करने से पहले निवार्चन अधिकारी मतदाता के पास मौजूद उनका निजी पेन रख लेगा और मतदाता को मतदान करने के लिए यह खास कलम देगा। दरअसल आयोग ने यह अनूठी पहल पिछले साल सितंबर में हरियाणा में राज्यसभा चुनाव के दौरान हुई घटना के मद्देनजर की है। यहां पर गलत कलम से मतदान करने की वजह से कांग्रेस के 14 विधायकों के मत अवैध करार दे दिए गए थे।
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