जम्मू कश्मीर: पुलिसकर्मियों की अगवा, हत्या के बाद महबूबा का सरकार की नीति पर सवाल
दक्षिणी कश्मीर के शोपियां में आतंकियों की तरफ से तीन पुलिसकर्मी की शुक्रवार सुबह अगवा और उनकी हत्या किए जाने के बाद जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केन्द्र सरकार...
दक्षिणी कश्मीर के शोपियां में आतंकियों की तरफ से तीन पुलिसकर्मी की शुक्रवार सुबह अगवा और उनकी हत्या किए जाने के बाद जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केन्द्र सरकार की नीतियों को कठघड़े में खड़ा किया है। महबूबा ने कहा कि ऐसा लगता है कि आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता बातचीत अब दूर का सपना हो चुकी है।
पीडीपी चीफ ने ट्वीट करते हुए कहा- “तीन और पुलिसकर्मी आतंकियों की गोलियों के शिकार हुए हैं। अपेक्षा अनुरूप हम सभी की तरफ से इस पर गुस्सा, आलोचना और हैरानी व्यक्त की जाएगी। दुर्भाग्य ये है कि इससे पीड़ितों के परिवारों को सांत्वना नहीं मिल पाएगी।”
महबूबा ने आगे कहा- “साफतौर पर पुलिसकर्मियों और उनके परिवार वालों के अगवा किए जाने की बढ़ती घटना के बाद यह स्पष्ट है कि केन्द्र की बलपूर्वक नीति काम नहीं कर रही है। आगे बढ़ने का एक मात्रा रास्ता बातचीत अब दूर का सपना बन चुकी है।”
आतंकियों ने जिन लोगों की हत्या की है उनमें से दो स्पेशल पुलिस ऑफिसर्स थे जबकि एक कांस्टेबल। अगवा किए जानेवालों में एक पुलिसकर्मी का भाई भी था। हालांकि, उसे बाद में छोड़ दिया गया। किसी भी आतंकी गुट ने इस घटना की अभी तक जिम्मेदारी नहीं ली है। हाल ही में हिजबुल मुजाहिदीन की तरफ से अंतिम चेतावनी देते हुए स्पेशल पुलिस ऑफिसर्स (एसपीओ) से कहा गया था कि वे 19 सितंबर तक अपने पद छोड़ दें।
पिछले कुछ महीने से जम्मू कश्मीर पुलिस लगातार आतंकियों के निशाने पर बने हुए हैं। पिछले हफ्ते, कुलगाम में अपने बेटे की अंत्येष्टि में शामिल होने आए एक 45 वर्षीय सेना के जवान की संदिग्ध आतंकियों ने हत्या कर दी थी। पिछले महीने, हिजबुल आतंकियों के तीन परिवार को हिरासत में लेने के बाद ग्यारह पुलिसकर्मी के परिवारों को आतंकियों ने अगवा कर लिया था। हालांकि, बाद में उन्हें सुरक्षित छोड़ दिया था।
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