ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशकमलेश तिवारी की हत्या के एक दिन बाद पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार

कमलेश तिवारी की हत्या के एक दिन बाद पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार

हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश सूरत में ही रची गई थी। लखनऊ के खुर्शेदबाग में इस साजिश में छह लोगों ने अंजाम दिया। इनमें मौलाना मोहसिन शेख, फैजान और रशीद अहमद...

कमलेश तिवारी की हत्या के एक दिन बाद पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार
एजेंसी ,सूरत।Sat, 19 Oct 2019 06:51 PM
ऐप पर पढ़ें

हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश सूरत में ही रची गई थी। लखनऊ के खुर्शेदबाग में इस साजिश में छह लोगों ने अंजाम दिया। इनमें मौलाना मोहसिन शेख, फैजान और रशीद अहमद पठान को गिरफ्तार कर लिया गया है। दो शूटरों की पहचान नहीं हो सकी है। उनके संबंध में पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। 


पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने शनिवार सुबह हत्याकांड का खुलासा करते हुए दावा किया कि यह हत्या कमलेश के वर्ष 2015 में दिए गए भड़काऊ बयान और प्रखर हिन्दूवादी सोच की वजह से की गई है। कई अन्य बिन्दुओं पर अभी पड़ताल की जा रही है। डीजीपी ने बताया कि घटनास्थल पर बरामद मिठाई के डिब्बे से अहम सुराग मिले। गिरफ्तार तीनों आरोपी सूरत के रहने वाले हैं। इनकी उम्र 21 से 25 वर्ष के बीच है। इनमें मोहसिन शेख साड़ी की दुकान पर और फैजान  जूते की दुकान पर काम करता है। रशीद  दर्जी का काम करता है और कंप्यूटर का अच्छा जानकार है। डीजीपी ने बताया कि इन तीनों ने हत्या की साजिश रची थी।

आतंकी संगठन से संपर्क नहीं मिला
डीजीपी ने दावा किया कि इन आरोपियों का अभी तक किसी आतंकी संगठन से संपर्क नहीं मिला है। ये लोग भड़काऊ बयान से ही नाराज थे। मुख्य रूप से राशिद ने ही साजिश रची थी। मौलाना मोहसिन शेख ने राशिद को कमलेश तिवारी का भड़काऊ बयान वाला वीडियो दिखाया था। इसके बाद ही मौलाना ने कहा था कि इसकी हत्या करनी है।

सीसीटीवी फुटेज से मिले कई सुराग
लखनऊ पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से कई सुराग मिल गए थे। इसमें ही हत्यारों का चेहरा साफ दिख रहा था। वे भगवा वेश में आए थे। उन लोगों के साथ एक फुटेज में महिला भी दिखी थी। महिला का  पता चल गया है। उसका नाम शहनाज बानो है। वह मड़ियांव की रहने वाली है। उसका कहना है कि दोनों ने उससे कालोनी का रास्ता पूछा था। घटनास्थल पर मिले मिठाई के डिब्बे से ही लखनऊ पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले। जांच में पता चला कि आरोपी फैजान ने सूरत में मिठाई खरीदी थी। 

ये भी पढ़ें: कमलेश तिवारी के बेटे को मिलेगा लाइसेंसी हथियार,परिवार को पुलिस सुरक्षा

सूरत के एक युवक पर नजर
डीजीपी के मुताबिक जिन दो लोगों को हिरासत में लेकर छोड़ा गया है, उनमें एक आरोपी का भाई गौरव तिवारी है। वह सूरत में ही रहता है। वह पिछले कुछ समय से कमलेश तिवारी के संपर्क में था। उसने ही हिन्दू समाज के लिए सूरत में काम करने को लेकर फोन किया था। उसने कहा था कि वह उसे अपनी पार्टी में शामिल कर ले और सूरत में उसे कोई पद दे दे।

बिजनौर में मौलाना समेत दो हिरासत में
डीजीपी ने इस बात की पुष्टि की कि कमलेश की पत्नी किरन ने बिजनौर के जिन दो लोगों मौलाना अनवारुल हक और मो. मुफ्ती नईम काजमी पर आरोप लगाया गया था, उन्हें भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इन आरोपियों ने कमलेश की हत्या करने वालों को डेढ़ करोड़ रुपये इनाम देने की बात कही थी।

 
सीतापुर में शव का अंतिम संस्कार
लखनऊ। सीतापुर के महमूदाबाद में कमलेश तिवारी का शव शनिवार तड़के साढ़े तीन बजे पहुंचा। शव पहुंचने से पहले ही इलाके में भारी फोर्स तैनात कर दी गई। परिवारीजनों ने प्रशासन को यह कहकर हैरत में डाल दिया कि मुख्यमंत्री के आने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। परिवारीजनों की जिद को देखते हुए कमिश्नर मुकेश मेश्राम और आईजी एसके भगत महमूदाबाद के कोठावां गांव पहुंचे। कमिश्नर ने उचित मुआवजा, एक परिवारीजन को नौकरी देने और रविवार को मुख्यमंत्री से मिलवाने का आश्वासन दिया। तब जाकर परिवारीजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। 12 घंटे से अधिक समय तक मान-मनौवल के बाद पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में कमलेश तिवारी का अंतिम संस्कार किया गया।

ये भी पढ़ें:कमलेश तिवारी के परिवार से मिलेंगे CM योगी, कमिश्नर और डीएम ने दिया लिखित भरोसा

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें