ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशभाषा कोई भी हो..हमारे दिल में बसता है वसुधैव कुटुंबकम, डेनमार्क की धरती से बोले पीएम मोदी

भाषा कोई भी हो..हमारे दिल में बसता है वसुधैव कुटुंबकम, डेनमार्क की धरती से बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि हमारा पहनावा खान पान भले ही अलग-अलग हों, लेकिन हमारी वैल्यू एक जैसी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी भाषा कोई भी हो, हमारे दिल में वसुधैव कुटुंबकम बसता है।

भाषा कोई भी हो..हमारे दिल में बसता है वसुधैव कुटुंबकम, डेनमार्क की धरती से बोले पीएम मोदी
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीTue, 03 May 2022 09:59 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

अपने आधिकारिक यूरोप दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी के बाद अब अपने दूसरे पड़ाव पर डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगेन पहुंच गए हैं। जर्मनी की तरह डेनमार्क में भी पीएम मोदी ने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि हमारा पहनावा खान पान भले ही अलग-अलग हों, लेकिन हमारी वैल्यू एक जैसी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी भाषा कोई भी हो, हमारे दिल में वसुधैव कुटुंबकम बसता है।

दरअसल, डेनमार्क की धरती से पीएम मोदी ने भाषा और वसुधैव कुटुंबकम को लेकर जो कहा वह दुनियाभर के लोगों के साथ-साथ भारत में भी लोगों को एक संदेश है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत में पिछले दिनों भाषाई बहस ने जन्म ले लिया था। कुछ सेलेब्स हिंदी और दक्षिण की भाषाओं को लेकर बहस में पड़ गए थे। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दुनिया को तबाह करने में हिंदुस्तानियों की कभी कोई भूमिका नहीं है।

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी को सुनने के लिए कोपेनहेगन के सभागार में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे और मोदी-मोदी के नारे लगा रहे थे। पीएम ने भाषण के दौरान डेनमार्क की प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन का भी आभार जताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि लाइफ यानी लाइफस्टाइल फॉर एन्वायरमेंट को प्रमोट करने का समय की सबसे बड़ी मांग है। इसके लिए यूज ऐंड थ्रो वाले माइंडसेट से बाहर निकलना होगा। उन्होंने कहा कि भारत के पास स्केल और स्पीड के साथ शेयर ऐंड केयर की भी वैल्यूज हैं। 

दुनिया को संदेश देते हुए पीएम ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों से निपने के लिए भारत की क्षमता में निवेश करना पूरी दुनिया के हित में है। आज भारत जो कुछ भी हासिल कर रहा है, वो उपलब्धि सिर्फ भारत की नहीं है, बल्कि वो करीब वन-फिफ्थ ह्यूमेनिटी की उपलब्धि है। कल्पना कीजिए कि अगर भारत में हम वैक्सीनेशन को हर परिवार तक नहीं पहुंचा पाते, तो उसका दुनिया पर क्या असर होता? सबसे बड़ी बात ये है कि आज जो भी नया यूजर जुड़ रहा है, वो भारत के गांव से है। इसने भारत के गांव और गरीब को तो सशक्त किया ही है, बहुत बड़े डिजिटल मार्केट का गेट खोल दिया है। 

बता दें कि पीएम मोदी ने कोपेनहेगन में मेजबान प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन के साथ भारत-डेनमार्क व्यापार मंच की बैठक को संबोधित किया। इस बैठक में दोनों देशों के कंपनी जगत के प्रतिनिधि शामिल थे। बैठक में डेनमार्क के युवराज फ्रेडरिक भी मौजूद थे। इसके अलावा पीएम मोदी डेनमार्क के अन्य कई कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें