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क्या पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर और अनुच्छेद 370 का मुद्दा उठाएंगे? जानें विदेश सचिव का जवाब

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संयुक्त राष्ट्र एवं अमेरिका के अपने दौरे में कश्मीर एवं अनुच्छेद 370 के मामले को तवज्जो नहीं देंगे बल्कि वह अपनी बात बदलती दुनिया के बड़े मुद्दों खासकर बहुपक्षीय वैश्विक...

क्या पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर और अनुच्छेद 370 का मुद्दा उठाएंगे? जानें विदेश सचिव का जवाब
वार्ता,नई दिल्लीFri, 20 Sep 2019 08:36 AM
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संयुक्त राष्ट्र एवं अमेरिका के अपने दौरे में कश्मीर एवं अनुच्छेद 370 के मामले को तवज्जो नहीं देंगे बल्कि वह अपनी बात बदलती दुनिया के बड़े मुद्दों खासकर बहुपक्षीय वैश्विक व्यवस्था के मुद्दे पर भारत की आकांक्षा एवं भूमिका को रेखांकित रखेंगे। विदेश सचिव विजय गोखले ने गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान 24 सितंबर को न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी जबकि 22 सितंबर को ह्यूस्टन में ट्रंप मोदी के सम्मान में प्रवासी भारतीयों द्वारा आयोजित 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। वहां भी दोनों के बीच अनौपचारिक बातचीत होगी।

गोखले के अनुसार प्रधानमंत्री 23 से लेकर 27 तक विभिन्न बहुपक्षीय कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे और ट्रंप सहित करीब 20 विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। वह प्रशांत महासागरीय द्वीपीय देशों के सम्मेलन (फिपिक) और कैरेबियाई देशों के संगठन कैरीकॉम की बैठकों में भी शिरकत करेंगे तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर गांधी सौर पार्क और गांधी शांति उद्यान का उद्घाटन करेंगे जबकि अमेरिकी सरकार गांधी जी पर आधारित एक डाक टिकट भी जारी करेगी।

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विदेश सचिव ने बताया कि पीएम मोदी की यात्रा 21 से 27 सितंबर के बीच होगी और वह टैक्सास प्रांत के ह्यूस्टन और न्यूयॉर्क जाएंगे। उनकी यात्रा 21 तारीख को दोपहर बाद से शुरू होगी जब वह ह्यूस्टन में पहुंचेंगे। उसी दिन शाम को अमेरिका के तेल एवं गैस उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ उनका संवाद होगा। इनमें अमेरिका की शीर्ष कंपनियां शामिल होंगी। भारत ने अमेरिका से तेल एवं गैस क्षेत्र में चार अरब डॉलर का निवेश हासिल किया है। 

उन्होंने कहा कि 22 सितंबर को पीएम मोदी प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। हमें इस बात की प्रसन्नता है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। ऐसा पहली बार होगा कि पीएम मोदी कार्यक्रम में 50 हजार से अधिक लोग मौजूद रहेंगे। डेमोक्रेटिक पाटीर् की शीर्ष नेतृत्व तथा अमेरिकी संसद में दोनों पार्टियों के कई सांसद भी उपस्थित रहेंगे। पीएम मोदी इस कार्यक्रम के बाद उनसे अलग-अलग भी मुलाकात करेंगे। 

गोखले के अनुसार 23 सितंबर को पीएम मोदी न्यूयॉर्क में होंगे। इस दिन वह जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की अध्यक्षता वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसी दिन सार्वभौमिक स्वास्थ्य बीमा पर महासचिव की अध्यक्षता वाला एक अन्य कार्यक्रम भी होगा जिसमें श्री मोदी आयुष्मान भारत योजना के बारे में बताएंगे कि किस प्रकार से 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सामरिक एवं आतंकवाद निरोधक कार्रवाई के संबंध में एक अन्य कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे जिसकी अगुवाई जॉर्डन के प्रधानमंत्री करेंगे। इसमें फ्रांस, न्यूज़ीलैंड समेत अनेक प्रमुख देश शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में बहुपक्षीय वैश्विक व्यवस्था पर जोर दिया जाएगा।

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उन्होंने बताया कि 24 तारीख को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में नेतृत्व का महत्व एवं आधुनिक समय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रासंगिकता के बारे में एक परिसंवाद का कार्यक्रम होगा जिसमें संयुक्त राष्ट्र महासचिव शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में कोरिया के राष्ट्रपति, सिंगापुर, न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री, बंगलादेश के प्रधानमंत्री और जमैका के प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र भवन की छत पर गांधी सौर पार्क का उद्घाटन किया जाएगा जिसे बनाने के लिए भारत ने दस लाख डॉलर का अनुदान दिया है। इसके अलावा न्यूयॉर्क के एक विश्वविद्यालय परिसर में गांधी शांति उद्यान का भी उद्घाटन वीडियो लिंक से किया जाएगा और गांधी जी पर एक डाक टिकट जारी किया जाएगा। 

गोखले ने कहा कि 24 को बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन का ग्लोबल गोलकीपर्स अवार्ड पीएम मोदी को सतत विकास लक्ष्यों के तहत स्वच्छ भारत अभियान के लिए प्रदान किया जाएगा। इसी दिन श्री मोदी फिपिक की बैठक में शामिल होंगे। 25 तारीख को ब्लूमबर्ग बिजनेस सीईओ इन्वेस्टमेंट राउंड टेबल में दुनिया की शीर्ष 45 कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

विदेश सचिव ने बताया कि 27 सितंबर को प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र महासभा के अधिवेशन को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि पांच दिनों में पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति सहित 20 विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री के अलावा विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर और विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन भी न्यूयॉर्क में अन्य बैठकों एवं मुलाकातों में व्यस्त होंगे। पीएम मोदी के स्वदेश रवानगी के बाद डॉ. जयशंकर वॉशिंगटन रवाना हो जाएंगे जहां वह अमेरिकी समकक्ष के साथ आगे की बातचीत करेंगे।

पत्रकारों के सवालों के जवाब में गोखले ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद प्रधानमंत्री पहली बार संयुक्त राष्ट्र जा रहे हैं और 2014 के बाद पहली बार अधिवेशन को संबोधित करेंगे। इस संबोधन में वह सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में भारत की अब तक की ठोस उपलब्धियों को पेश करेंगे और बहुपक्षीय वैश्विक व्यवस्था को लेकर भारत की आकांक्षा एवं भूमिका को रेखांकित करेंगे। उन्होंने कहा कि इन बहुपक्षीय एवं द्विपक्षीय बैठकों के माध्यम से भारत  वैश्विक एजेंडा को तय करने की भूमिका को भी सामने रखेगा। उन्होंने यह भी बताया कि पीएम मोदी विभिन्न देशों का आपदा मोचन गठजोड़  बनाने का भी प्रस्ताव करेंगे तथा प्राकृतिक आपदाओं के समय सहयोग खासतौर पर  पुनर्निमार्ण को प्राथमिकता देने पर जोर देंगे।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने साफ किया कि वैश्विक व्यवस्था में सुधार करके उसे बहुपक्षीय बनाने का आशय सुरक्षा परिषद में विस्तार से है जो 21वीं सदी की वास्तविकताओं पर आधारित हो। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के हाल के भाषण में संयुक्त राष्ट्र में उनके द्वारा कश्मीर का मसला उठाये जाने के ऐलान के बारे में पूछे जाने पर विदेश सचिव ने कहा कि अगर पाकिस्तान खान के भाषण के माध्यम से इस मसले का उठाते हैं तो उनका स्वागत है। पर हमारे प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र में उच्च स्तरीय विषयों पर ही फोकस करेंगे। उन्होंने कहा, “भारत के एक महत्वपूर्ण आर्थिक शक्ति और संयुक्त राष्ट्र का एक जिम्मेदार सदस्य होने के नाते प्रधानमंत्री बताएंगे कि वैश्विक स्तर पर भारत क्या कर रहा है।” पीएम मोदी के लिए हवाई मार्ग नहीं खोलने के पाकिस्तान के फैसले को दुभार्ग्यपूर्ण बताया और कहा कि कोई सामान्य देश होता तो अपने फैसले पर पुनर्विचार करता।

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