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परिवार की पार्टियों को लेकर PM मोदी का इशारों में कांग्रेस-आरजेडी पर हमला, बताया- लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इशारों में कांगेस और राजद पर निशाना साधते हुए परिवारवाद पर आधारित पार्टियों लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से कश्मीर से...

परिवार की पार्टियों को लेकर PM मोदी का इशारों में कांग्रेस-आरजेडी पर हमला, बताया- लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीWed, 11 Nov 2020 09:59 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इशारों में कांगेस और राजद पर निशाना साधते हुए परिवारवाद पर आधारित पार्टियों लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से कश्मीर से कन्याकुमारी तक परिवारवादी पार्टियों का जाल लोकतंत्र के लिए खतरा बनता जा रहा है। ये देश का युवा भली-भांति जानता है। परिवारों की पार्टियां या परिवारवादी पार्टियां, लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं।"

मोदी ने इस मौके पर भाजपा के भीतर पार्टी के लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, परिवारवादी पार्टियों के इस दौर में भारतीय जनता पार्टी का दायित्व और बढ़ जाता है। हमें अपनी पार्टी में भीतर के लोकतंत्र को मजबूत बनाएं रखना है। हमें अपनी पार्टी को जीवंत लोकतंत्र का जीता-जागता उदाहरण बनाना है। पार्टी हर कार्यकर्ता और हर नागरिक के लिए अवसरों का एक बेहतरीन मंच बने।"

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बिहार विधानसभा चुनाव में राजग की जीत पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के लिए नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचे पीएम मोदी ने कहा, "चुनाव जीतना और हारना एक अलग चीज है, लेकिन हमारी चुनाव प्रक्रिया प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है।" उन्होंने सफलतापूर्वक चुनाव कराए जाने को लेकर चुनाव आयोग, सुरक्षा बलों और प्रशासन की सराहना की। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने देशभर में हुए चुनावों, उपचुनावों में भाजपा की सफलता का हवाला देते हुए कहा कि इन चुनावों के परिणामों ने लोकसभा चुनाव के नतीजों को और व्यापक कर दिया है।

पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव नतीजों ने यह साफ कर दिया कि लोग अब केवल उनका समर्थन करेंगे, जो ईमानदारी से विकास के लिए कार्य करते हैं। अब लोगों ने फैसला किया है कि 21वीं सदी में केवल विकास ही राष्ट्रीय राजनीति का आधार होगा। उन्होंने कहा, "21वीं सदी के भारत के नागरिक, बार-बार अपना संदेश स्पष्ट कर रहे हैं। अब सेवा का मौका उसी को मिलेगा, जो देश के विकास के लक्ष्य के साथ ईमानदारी से काम करेगा। हर राजनीतिक दल से देश के लोगों की यही अपेक्षा है कि देश के लिए काम करो, देश के काम से मतलब रखो।"

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