सिक्किम में बनी PM नरेंद्र मोदी के नाम पर सड़क, गवर्नर गंगा प्रसाद ने किया उद्घाटन
सिक्किम में सोमगो लेक और नाथूला बॉर्डर को राजधानी गंगटोक से जोड़ने वाली सड़क का नाम पीएम नरेंद्र मोदी पर रखा गया है। इस नई बनी सड़क का गवर्नर गंगा प्रसाद ने आधिकारिक उद्घाटन किया है। नाथूला बॉर्डर को...

सिक्किम में सोमगो लेक और नाथूला बॉर्डर को राजधानी गंगटोक से जोड़ने वाली सड़क का नाम पीएम नरेंद्र मोदी पर रखा गया है। इस नई बनी सड़क का गवर्नर गंगा प्रसाद ने आधिकारिक उद्घाटन किया है। नाथूला बॉर्डर को गंगटोक से जोड़ने वाले पुराने रूट का नाम देश के पहले पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू के नाम पर है। अधिकारियों ने कहा कि करीब 19.51 किलोमीटर लंबा रोड एक साल से यात्रियों के लिए चालू है, लेकिन अब गवर्नर की ओर से इसका ऑफिशियली उद्घाटन हुआ है। सिक्किम के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डीबी चौहान ने मंगलवार को सड़क के उद्घाटन के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने उद्घाटन की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, 'माननीय राज्यपाल श्री गंगा प्रसाद जी के साथ नरेंद्र मोदी मार्ग के उद्घाटन के मौके पर उपस्थित रहा। इस सड़क का उद्घाटन कयोंगासला ग्राम पंचायत में किया गया है। चांगू लेक को जोड़ने वाले इस नए वैकल्पिक मार्ग का नाम पीएम नरेंद्र मोदी पर रखा गया है।' 20 दिसंबर को इस नए मार्ग का नाम पीएम नरेंद्र मोदी पर रखे जाने का प्रस्ताव ग्राम सभा में रखा गया था। इसे सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया गया। इस सड़क का निर्माण सीमा सड़क संगठन यानी बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन की ओर से किया गया है।
Pleased to join Hon'ble @Governor_Sikkim Shri Ganga Prasad Ji during the inauguration ceremony of #Narendra #Modi #Marg at Kyongnosla GPU. The newly constructed alternative alignment road towards Changu lake has been named after Hon. PM Shri @narendramodi Ji, 1/2 pic.twitter.com/7GWjz1jpsm
— DB Chauhan (@dbchauhanbjp) December 28, 2021
गंगटोक से सोमगो लेक की दूरी इस नई सड़क के बनने से 15 किलोमीटर कम हो गई है। ग्राम सभा के लोगों ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों को जिस तरह से मुफ्त वैक्सीन और राशन मुहैया कराया है, उसे देखते हुए यह सम्मान उन्हें दिया गया है। यही नहीं उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से डोकलाम के मुद्दे को चीन के साथ निपटाया है, वह भी एक वजह है कि हमें इस सड़क का नाम उन पर रखने की प्रेरणा मिली। इस सड़क का उद्घाटन जिसे इलाके में किया गया है, वहां के 80 फीसदी लोग भारतीय सेना में हैं।