ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशमहाराष्ट्र चुनाव 2019: PM मोदी बोले, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमारे लिए महज जमीन का टुकड़ा नहीं, बल्कि भारत का ताज है

महाराष्ट्र चुनाव 2019: PM मोदी बोले, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमारे लिए महज जमीन का टुकड़ा नहीं, बल्कि भारत का ताज है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को महाराष्ट्र में आयोजित एक जनसभा में कहा कि हमने 130 करोड़ भारतीयों के सपनों को पूरा करने के लिए हर जरूरी कदम उठाए। उन्होंने महाराष्ट्र के जलगांव में एक...

PM Modi addresses a public meeting in Jalgaon, Maharashtra. (BJP4India Twitter Video Grab/13 Oct, 2019)
1/ 2PM Modi addresses a public meeting in Jalgaon, Maharashtra. (BJP4India Twitter Video Grab/13 Oct, 2019)
Prime-Minister-Narendra-Modi.jpg
2/ 2Prime-Minister-Narendra-Modi.jpg
लाइव हिन्दुस्तान टीम,मुंबईSun, 13 Oct 2019 03:14 PM
ऐप पर पढ़ें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को महाराष्ट्र में आयोजित एक जनसभा में कहा कि हमने 130 करोड़ भारतीयों के सपनों को पूरा करने के लिए हर जरूरी कदम उठाए। उन्होंने महाराष्ट्र के जलगांव में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, 'आपने एक ऐसे भारत के लिए हमें आदेश दिया था, जो 130 करोड़ भारतीयों के सपनों और आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए हर संभव कदम उठाए।"

महाराष्ट्र चुनाव की घोषणा होने के बाद प्रदेश में पीएम मोदी की यह पहली रैली है। जलगांव में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "4 महीने पहले आपने एक समर्थ और सशक्त नए भारत के निर्माण के लिए वोट दिया था। आपने एक ऐसे भारत के लिए जनादेश दिया था, जो विश्व में अपने स्वाभाविक स्थान को हासिल करे।"

21 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को एक ही चरण में चुनाव कराने की घोषणा की है। मतों की गिनती 24 अक्ट्रबर को होगी। लोकसभा चुनाव 2019 में भारी बहुमत के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्ता में वापसी के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो रहा है।महाराष्ट्र विधानसभा में सीटों की संख्या 288 है। इसमें 234 सामान्य सीटें हैं, जबकि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए क्रमशः 29 और 25 सीटें आरक्षित हैं।

पीएम मोदी के भाषण के मुख्य अंश

* हम सभी आने वाले 5 वर्षों के लिए देवेंद्र फडणवीस जी की अगुवाई में महायुति सरकार के लिए एक बार फिर आप सबका आशीर्वाद लेने आये हैं। साथ ही आपने लोकसभा चुनाव में हमें जो आशीर्वाद दिया उसके लिए भी आभार जताने आये हैं।

* 4 महीने पहले आपने एक समर्थ और सशक्त नए भारत के निर्माण के लिए वोट दिया था। आपने एक ऐसे भारत के लिए जनादेश दिया था, जो विश्व में अपने स्वाभाविक स्थान को हासिल करे।

अब नए भारत का नया जोश, दुनिया को भी दिखने लगा है। आज दुनिया में नए भारत का जो जलवा है ,उसके पीछे सिर्फ और सिर्फ मेरे 130 करोड़ देशवासी हैं। आज भारत की आवाज दुनिया की हर ताकत मजबूती से सुन रही हैं।  दुनिया का हर देश आज भारत के साथ खड़ा हैं, हमारे साथ मिलकर आगे बढ़ने के लिए उत्साहित है।

आज नया भारत ठान चुका है कि उसे अतीत के अनावश्यक बंधनों में बंधकर नहीं रहना है। आज नया भारत खुद के वर्तमान को मजबूत तक कर ही रहा है, खुद का भविष्य भी तय कर रहा है। बीते कुछ समय से हम लगातार चुनौतियों को चुनौती दे रहे हैं।

5 अगस्त को आपकी भावना के अनुरूप भाजपा- NDA सरकार ने एक अभूतपूर्व फैसला लिया। जिसके बारे में सोचना तक पहले असंभव लगता था। एक ऐसी स्थिति जिसमें जम्मू कश्मीर के गरीब की, बहन-बेटियों की, दलितों और शोषितों के विकास की संभावनाएं नहीं के बराबर थी। जम्मू कश्मीर और लद्दाख सिर्फ जमीन का एक टुकड़ा नहीं है, वो मां भारती का मस्तक है, वहां का कण-कण भारत की शक्ति को मजबूत करता है।

आप ये जानकार हैरान हो जाएंगे कि 70 साल तक जम्मू कश्मीर और लद्दाख के हमारे वाल्मीकि भाइयों को मानवाधिकारों से भी वंचित कर दिया गया था। आज मैं भगवान वाल्मीकि के चरणों में नमन करते हुए कहता हूं कि आज मुझे अपने उन भाइयों को गले लगाने का सौभाग्य मिल रहा है। आज दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि हमारे देश के कुछ राजनीतिक दल, कुछ राजनेता, राष्ट्रहित में लिए गए इस निर्णय पर राजनीति करने में जुटे हैं।

बीते कुछ महीनों में कांग्रेस-एनसीपी के नेताओं के बयान देख लीजिए। जम्मू-कश्मीर को लेकर जो पूरा देश सोचता है, उससे एकदम उल्टा इनकी सोच दिखती है। इनका तालमेल पड़ोसी देश के साथ मिलता जुलता है। आज मैं विरोधियों को चुनौती देता हूं कि आपमें अगर हिम्मत है तो इस चुनाव में भी और आने वाले चुनावों में भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में ये ऐलान करें कि हम अनुच्छेद 370 को वापस लाएंगे। 5 अगस्त के निर्णय को हम बदल देंगे। वर्ना ये घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें।

बीते 5 वर्षों के हमारे काम से यहां विपक्षी भी हैरान और परेशान हैं। हमारे विरोधी भी आज ये मान रहे हैं कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन का नेतृत्व कर्मशील भी है और ऊर्जावान भी है। थके हुए साथी, एक दूसरे के लिए सहारा तो बन सकते हैं, महाराष्ट्र के सपनों को और यहां के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने का माध्यम नहीं बन सकते।

जब यहां की गरीब बहनों के जीवन में आए बदलाव के बारे में सुनते हैं, तो हमें संतोष होता है। आज महाराष्ट्र की करीब 10 लाख बहनें हमारी सरकार की आवास योजना की वजह से अपने पक्के घर में अपने परिवार की देखभाल कर रही हैं। महाराष्ट्र और देश के हर गरीब के अपने घर के सपनें को 2022 तक पूरा करने के लिए हम पूरे सामर्थ्य के साथ जुटे हैं।

हमारी सरकार एक और बड़े संकल्प को ज़मीन पर उतारना शुरु कर चुकी है। ये संकल्प पानी का है, महाराष्ट्र सहित पूरे देश के हर घर को जल से जोड़ने का है। इस संकल्प को पूरा करने के लिए जल जीवन मिशन पर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। अब हम किसानों को पोषक के साथ-साथ निर्यातक बनाने की गंभीरता से कोशिश कर रहे हैं। फूड प्रोसेसिंग उद्योगों की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। इस पूरे इलाके की आर्थिक स्थिति में अब तेजी से परिवर्तन आने वाला है।

2014 में भाजपा ने मारी थी बाजी
साल 2014 में महाराष्ट्र विधानसभा की 288 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी 122 सीटें हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। भाजपा ने पहली बार महाराष्ट्र में इतनी सीटें हासिल की थीं। वहीं, कांग्रेस 42 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर खिसक गई। इसके अलावा, शिवसेना 63 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रहने वाली पार्टी थी। शरद पवार की राकांपा को 41 सीटें मिली थीं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें