लेह जाने पर ओवैसी ने की पीएम की तारीफ, चीन का नाम नहीं लेने की वजह से साधा निशाना
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) प्रेजिडेंट असदुद्दीन ओवैसी एक तरफ लेह दौरे को लेकर पीएम की तारीफ की है तो दूसरी तरफ भाषण में चीन का नाम नहीं लेने की वजह से उनपर निशाना साधा।...
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) प्रेजिडेंट असदुद्दीन ओवैसी एक तरफ लेह दौरे को लेकर पीएम की तारीफ की है तो दूसरी तरफ भाषण में चीन का नाम नहीं लेने की वजह से उनपर निशाना साधा। ओवैसी ने शुक्रवार को एक के बाद एक कई ट्वीट किए और कहा, ''प्रधानमंत्री जी यह अच्छा है कि आप हमारे सैनिकों और घायल सैनिकों से भी मिले। इससे उनका मनोबल जरूर बढ़ेगा।''
उन्होंने एक क्लिप को भी शेयर किया जिसमें प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि कोई नहीं घुसा आया है और ना कोई घुसा हुआ है। ओवैसी ने कहा, ''वह कह रहे हैं मुंह तोड़ जवाब, लेकिन किसे? चीन का नाम लेने में इतना संकोच क्यों? लेह में आज के शो से यह साबित हो गया कि दुश्मन (चीन) घर में घुसके बैठ है।''
एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी को चौकीदार संबोधित करते हुए एआईएमआईएम नेता ने पूछा कि प्रधानमंत्री को कोई आइडिया है कि यदि युद्ध होता है तो भारत 12 दिन तक ही लड़ सकता है। उन्होंने इसके लिए हथियारों की कमी को कारण बताया।
Pradhan Mantri, accha hua ke aap aaj humaare jawaan’o se milne to chale gaye aur zakhmi jawaan’o se bhi mulaqaat kar le. Isse unka haunsla toh badega.
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 3, 2020
Here, Chowkidar is saying “na ghus aaya hai, na ghusa hua hai”. This was a monumental goof up. @PMOIndia pic.twitter.com/OqpITwi2Gy
आखिरी ट्वीट में ओवैसी ने कहा कि संसद में जवाब के लिए इसलिए जोर दिया जा रहा है क्योंकि विपक्ष केंद्र सरकार से जवाबदेही चाहता है। उन्होंने कहा, ''चाहे गलवान हो, हॉट स्प्रिंग, पैंगोंग त्सो या देपसांग, स्थिति गंभीर है। इसलिए मैंने मांग की है कि संसद को जानकारी दी जाए, क्योंकि विपक्ष सरकार से जवाबदेही चाहता है और भारतीय जमीन पर कब्जे को लेकर वे हमारे सवालों का जवाब दें।''
गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अचानक लेह पहुंचे और जवानों से मुलाकात की। उनके साथ सीडीएस बिपिन रावत और थल सेना अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे भी थे।