सख्ती ! सिंथेटिक दूध का कारोबार करने वालों पर रासुका लगेगा
मध्यप्रदेश सरकार सिंथेटिक दूध का कारोबार करने वालों के खिलाफ रासुका लगाने की तैयारी कर रही है। सरकार ने सिंथेटिक दूध और इससे बने उत्पादों का कारोबार करने वाले गिरोह का खुलासा होने के मामले को गंभीरता...
मध्यप्रदेश सरकार सिंथेटिक दूध का कारोबार करने वालों के खिलाफ रासुका लगाने की तैयारी कर रही है। सरकार ने सिंथेटिक दूध और इससे बने उत्पादों का कारोबार करने वाले गिरोह का खुलासा होने के मामले को गंभीरता से लिया है।
प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने सोमवार को कहा कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मिलावटखोरी का कारोबार करने वाले लोगों की खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पूरे प्रदेश में अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में प्रदेश के 51 जिलों में सिंथेटिक दूध, मावा, घी, और पनीर के कुल 255 नमूने लिए गए हैं। इन नमूनों की जांच के बाद दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की जाएगी। सिलावट ने विधानसभा भवन के अपने कक्ष में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों की बैठक में इस तरह के मामले में सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं। बता दें कि मध्य प्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने ग्वालियर–चंबल संभाग में 20 जुलाई को कुछ कारखानों पर छापे मारकर बड़ी मात्रा में सिंथेटिक दूध और इससे बना मावा, पनीर और अन्य रसायन बरामद किए थे। पुलिस ने इस गिरोह का खुलासा करते हुए मिलावटखोरी का यह अवैध कारोबार करने के आरोप में 62 लोगों को गिरफ्तार किया है।