पीएम मोदी ने की एनसीपी और बीजेडी के सांसदों की तारीफ, जानें बड़ी बातें
संसद का शीतकालीन सत्र आज सोमवार से शुरू हो चुका है। सदन का शीतकालीन सत्र 13 दिसंबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सर्वदलीय बैठक में कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार...
संसद का शीतकालीन सत्र आज सोमवार से शुरू हो चुका है। सदन का शीतकालीन सत्र 13 दिसंबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सर्वदलीय बैठक में कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 250वें सत्र में राज्यसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरे लिए सौभाग्य का विषय है कि मुझे इसमें शरीक होने का अवसर मिला है।
-पीएम मोदी ने कहा कि संसद की स्थायित्व और विविधता काफी खास है। यह भारत के फेडरल स्ट्रक्चर की आत्मा हमें हर पल प्रेरित करती है।
-पीएम मोदी ने कहा कि राज्यसभा का 250वां सत्र एक विकास यात्रा है। सदन में आनेवाली पीढ़ी उम्मीदों को पूरा करेगी। इसी सदन में 10 प्रतिशत आरक्षण सामान्य वर्ग को देने का निर्णय लिया और देश में कहीं भी तनाव पैदा नहीं हुआ।
-इसी सदन में महिला सशक्तिकरण का काम हुआ। पहली संसदीय प्रणाली में दो सदनों ही शुरुआत हुई। इसी सदन ने देश को दिशा भी दी। उन्होंने कहा कि राज्यसभा इस बात को सुनिश्चित करती है कि केन्द्र और राज्य प्रतिद्वंद्वी नहीं है बल्कि विकास में वे एक दूसरे के प्रतिभागी है।
-250वें सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह उन लोगों को देश के विकास के लिए योगदान देने का एक मौका देता है जो चुनावी अखाड़े से जीतकर नहीं आ सकते हैं।
-हमारे देश में एक लंबा कालखंड ऐसा था जब विपक्ष जैसा कुछ खास नहीं था। उस समय शासन में बैठे लोगों को इसका बड़ा लाभ भी मिला।
लेकिन उस समय भी सदन में ऐसे अनुभवी लोग थे जिन्होंने शासन व्यवस्था में निरंकुशता नहीं आने दी। ये हम सबके लिए स्मरणीय
-पिछले पांच साल का मैं भी हिसाब-किताब देखूं तो मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है कि ऐसी अनेक महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी बनने का अवसर मुझे भी मिला है।
-250 सत्र की विवेचना करें तो कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक बिल यहां पास हुए हैं जो एक प्रकार से देश को चलाने का आधार बने हैं।
-इस सदन का एक और लाभ है कि हर किसी के लिए चुनावी अखाड़ा पार करना सरल नहीं होता, लेकिन देशहित में उनकी उपयोगिता कम नहीं होती। उनका सामर्थ्य, उनका अनुभव उतना ही मूल्यवान होता है।