संसद सत्र में कश्मीर और अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दों पर केंद्र को घेरेगा विपक्ष
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने संसद सत्र के दौरान सुचारू कामकाज के लिए विपक्षी दलों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि उनके द्वारा उठाए जाने वाले सभी मुद्दों पर संसद में चर्चा कराई जाएगी। शीतकालीन सत्र...
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने संसद सत्र के दौरान सुचारू कामकाज के लिए विपक्षी दलों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि उनके द्वारा उठाए जाने वाले सभी मुद्दों पर संसद में चर्चा कराई जाएगी। शीतकालीन सत्र शुरू होने से दो दिन पहले शनिवार को सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक लोकसभा अध्यक्ष ने बुलाई थी। लगभग दो घंटे चली बैठक के समापन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कुछ देर के लिए इसमें शामिल हुए।
सरकार के वरिष्ठ मंत्री रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह बैठक में मौजूद नहीं थे। सत्र के दौरान कश्मीर मुद्दा, आर्थिक मंदी, एनएसएसओ के आंकड़े सहित कई मुद्दे विपक्ष उठाएगा। सरकार ने भी जवाब की पूरी तैयारी की है।राममंदिर के मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले और राफेल पर सरकार को कोर्ट से मिली क्लीन चिट के बाद सत्ता पक्ष में भी उत्साह है।
लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि सभी दलों के नेताओं के साथ संसद सत्र के दौरान कामकाज के बारे में अच्छी चर्चा हुई। उन्होंने सभी नेताओं से अपील की कि वे सत्रहवीं लोकसभा के पहले सत्र की तरह ही इस सत्र में भी सहयोग करें जिससे जनहित और देशहित के मुद्दों पर सार्थक विचार विमर्श हो सके। उन्होंने कहा कि संसद की देश की जनता के प्रति सामूहिक जवाबदेही है और सभी को इसके अनुरूप सहयोग करना चाहिए।
प्रदूषण की समस्या का मुद्दा भी उठाया गया : लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि बैठक के दौरान राजधानी दिल्ली और देश के उत्तरी हिस्सों में प्रदूषण की समस्या का मुद्दा भी उठाया गया और उन्होंने सदस्यों को आश्वस्त किया है कि इस मुद्दे पर भी आम सहमति के आधार पर संसद में चर्चा कराई जाएगी।
शिवसेना नेता भी सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए
सर्वदलीय बैठक में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्ललाद जोशी, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अजुर्न राम मेघवाल, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, शिवसेना नेता विनायक राउत, द्रमुक के टीआर बालू, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, लोकजन शक्ति पार्टी के चिराग पासवान, अपना दल की अनुप्रिया पटेल, टीआरएस के एन नागेश्वर राव, वाईएसआरसी के मिथुन रेड्डी और एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी तथा अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया।