भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के उन आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए उस पर किसी तरह की टिप्पणी से इनकार कर दिया है, जो इमरान ने फ्लैग ऑपरेशन के बारे में कहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवस्तव से जब गुरुवार को पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के उस ट्वीट के बारे में पूछा गया जिसमें पाक पीएम ने कहा कि भारत झूठा फ्लैग ऑपरेशन कर सकता है, इसके जवाब में श्रीवास्तव ने कहा कि वे इसका जवाब देकर दुर्भावनापूर्ण प्रोगगेंडा का महिमांडन नहीं करना चाहते हैं।
इससे पहले, इमरान खान ने बेबुनियाद आरोप लगाते हुए कहा कि कश्मीरियों की आवाजों को दबाने के प्रयास के तहत श्रीनगर में भारतीय सुरक्षाबलों ने 15 घरों को जला दिया। इसके आगे इमरान ने कहा, मैं एक बार फिर से कहता हूं कि जम्मू कश्मीर में जो कुछ हो रहा है उससे ध्यान भटकाने के लिए भारत की तरफ से झूठा फ्लैग ऑपरेशन जल्द किया जा सकता है।
Don’t want to dignify such malicious propaganda by replying: MEA Spokesperson Anurag Srivastava on Pakistan PM Imran Khan's tweets saying India will carry out false flag operations
— ANI (@ANI) May 21, 2020
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भारत ने कहा, चीन एलएसी पर पेट्रोलिंग में खड़ी कर रहा बाधा
विदेश मंत्रालय ने इस बात खारिज किया कि भारत ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पार जाकर किसी तरह की कोई गतिविधियां की है बल्कि चीन की तरफ से ही भारत की नॉर्मल पेट्रोलिंग में बाधा खड़ी की जा रही है। भारत और चीन के सैनिकों के बीच तनातनी को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार (21 मई) को कहा कि भारतीय सैनिक भारत की सीमा के भीतर ही गतिविधियां कर रहे हैं और वे सीमा सुरक्षा के लिए निर्धारित प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन करते हैं।
मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष बातचीत कर रहे हैं, हम चीन के साथ लगी सीमा पर शांति बनाए रखने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। भारत ने सीमा पर हालिया घटनाओं के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, "भारतीय सैनिक सीमा क्षेत्र से भली-भांति परिचित हैं, बल्कि चीनी सैनिकों ने भारतीय बलों द्वारा की जा रही गश्त में बाधा डाली जिससे ये परेशानी खड़ी हुई।"
दरअसल खबर है कि भारत और चीन के बीच गैर चिह्नित सीमा पर उत्तर सिक्किम और लद्दाख के पास कई इलाकों में तनाव बढ़ता जा रहा है और दोनों पक्ष वहां अतिरिक्त बलों की तैनाती कर रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार (18 मई) को बताया था कि भारत और चीन दोनों ने डेमचक, दौलत बेग ओल्डी, गलवान नदी तथा लद्दाख में पैंगोंग सो झील के पास संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की है।
गलवान के आसपास के इलाके दोनों पक्षों के बीच छह दशक से अधिक समय से संघर्ष का कारण बने हुए हैं। 1962 में भी इस इलाके को लेकर टकराव हुआ था। सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्षों ने गलवान नदी और पैगोंग सो झील के आसपास अपने सैनिकों की तैनाती की है। इन इलाकों में दोनों पक्षों की ओर से सीमा गश्ती होती है। पता चला है कि चीन ने गलवान घाटी इलाके में काफी संख्या में तंबू गाड़े हैं जिसके बाद भारत वहां कड़ी नजर बनाए हुए है।
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