अमित शाह का विपक्ष पर करारा वार, CAA पर उकसा कर करा रहा दंगे
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कांग्रेस, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सपा और बसपा पर निशाना साधा। शाह ने कहा कि ये लोग सीएए का विरोध करते हुए...
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कांग्रेस, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सपा और बसपा पर निशाना साधा। शाह ने कहा कि ये लोग सीएए का विरोध करते हुए कह रहे हैं कि इससे अल्पसंख्यकों की नागरिक अधिकार चले जाएंगे। शाह ने आगे कहा, 'अरे इतना झूठ क्यों बोलते हो?' अमित शाह ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि मैं देश की जनता से कहना चाहता हूं कि ये विपक्ष के लोग CAA को लेकर भ्रांति फैला रहे हैं, लोगों को उकसा रहे हैं, दंगे करा रहे हैं।
अमित शाह ने ओडिशा के भुवनेश्वर में कहा कि मैं आज फिर से यहां कहना चाहता हूं कि सीएए से देश के एक भी मुसलमान, एक भी अल्पसंख्यक का नागरिकता नहीं जाने वाली है। सीएए नागरिकता लेने का कानून है ही नहीं, बल्कि नागरिकता देने का कानून है।
कांग्रेस, ममता दीदी, सपा, बसपा ये सारे लोग CAA का विरोध कर रहे हैं।
— BJP LIVE (@BJPLive) February 28, 2020
ये कह रहे हैं कि इससे अल्पसंख्यकों के नागरिक अधिकार चले जाएंगे।
अरे इतना झूठ क्यों बोलते हो: श्री @AmitShah
मैं आज फिर से यहां कहना चाहता हूं कि CAA से देश के एक भी मुसलमान, एक भी अल्पसंख्यक का नागरिकता अधिकार नहीं जाने वाला है।
— BJP LIVE (@BJPLive) February 28, 2020
CAA नागरिकता लेने का कानून है ही नहीं, बल्कि नागरिकता देने का कानून है: श्री @AmitShah https://t.co/ejjvb2FhBl
उन्होंने कहा, 'मैं आपको मोदीजी के प्रतिनिधि के नाते विश्वास दिलाने आया हूं कि पूर्व का पिछड़ा क्षेत्र और विशेषकर ये उत्कल राज्य सबसे अच्छा राज्य बने, इस दिशा में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मोदीजी अपने दूसरे कार्यकाल में एक बहुत बड़ी योजना लाए हैं। 2024 तक देश के हर घर में नल से स्वच्छ पीने का पानी पहुंचाना है। इस योजना का सबसे बड़ा फायदा अगर किसी राज्य हो हाने वाला है तो वो ओड़िशा है।'
सभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री शाह ने कहा कि सभी ओडिशावासियों को बताना चाहता हूं कि मैं 5 साल तक पार्टी अध्यक्ष रहा हूं, अनेक बार ओडिशा आया हूं और यहां के अनेक नगरों में घूमा हूं और कार्यकर्ताओं से मिला हूं। कभी भी ओडिशा मुझे गुजरात से अलग नहीं लगा, मुझे अपना दूसरा घर लगा।