ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशइस महीने के अंत तक हर दिन मिलेंगे 4 से 8 लाख केस, जानें देश पर कैसा गुजरेगा ओमिक्रॉन वैरिएंट

इस महीने के अंत तक हर दिन मिलेंगे 4 से 8 लाख केस, जानें देश पर कैसा गुजरेगा ओमिक्रॉन वैरिएंट

देश में कोरोना वायरस के केसों में तेजी से इजाफे का दौर शुरू हो गया है और इस महीने के अंत तक यह पीक पर होगा। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि इस पीक के दौरान देश में 4 से 8 लाख तक...

इस महीने के अंत तक हर दिन मिलेंगे 4 से 8 लाख केस, जानें देश पर कैसा गुजरेगा ओमिक्रॉन वैरिएंट
लाइव हिन्दुस्तान ,नई दिल्लीFri, 07 Jan 2022 01:40 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

देश में कोरोना वायरस के केसों में तेजी से इजाफे का दौर शुरू हो गया है और इस महीने के अंत तक यह पीक पर होगा। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि इस पीक के दौरान देश में 4 से 8 लाख तक केस हर दिन मिल सकते हैं। यही नहीं एक्सपर्ट ने अनुमान जताया है कि कड़े प्रतिबंधों के चलते लहर थोड़ी देर से जरूर आएगी, लेकिन फिर यह ज्यादा वक्त तक ठहरेगी। इस अनुमान से साफ है कि कोरोना वायरस का संक्रमण लॉकडाउन जैसी पाबंदियों से ज्यादा नहीं थमेगा। इसके अलावा इस लहर में हेल्थकेयर सिस्टम पर बीते साल की तरह दबाव देखने को नहीं मिलेगा। 

इसके अलावा प्रोफेसर ने कहा कि इस महीने के मध्य तक मुंबई और दिल्ली में कोरोना के नए केसों का पीक देखने को मिलेगा। यह तीसरी लहर ओमिक्रॉन वैरिएंट के चलते ही तेज होगी। उन्होंने बड़ी राहत का संकेत देते हुए कहा कि मैं नहीं मानता कि देश में मार्च के बाद भी कोरोना की तीसरी लहर रहेगी। उन्होंने मुंबई और दिल्ली को लेकर कहा कि यहां हर दिन 30 से 50 हजार नए केस इन शहरों में पीक के दौरान मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत तक देश में कोरोना की तीसरी लहर अपने पीक पर होगी। इससे पहले मशहूर महामारी वैज्ञानिक और द इंस्टिट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवेल्यूशन के डायरेक्टर डॉ. क्रिस्टोफर मरे ने भी जनवरी के अंत या फरवरी के पहले सप्ताह में कोरोना का पीक हो सकता है।

आईआईटी के प्रोफेसर ने कहा कि यदि लॉकडाउन नहीं थोपा जाता है तो फिर कोरोना के केसों में गिरावट मार्च से शुरू होगी। मार्च के अंत तक हर दिन देश में 10 से 20 हजार तक नए केसों का आंकड़ा हो जाएगा। प्रोफेसर महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि हम उम्मीद कर सकते हैं कि इस बार लोगों को ज्यादा अस्पताल नहीं जाना होगा। बेड्स, ऑक्सीजन जैसी चीजों का संकट नहीं देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि जनवरी के अंत तक देश में कोरोना केसों का पीक देखने को मिलेगा। इसके अलावा मार्च से इसमें गिरावट आनी शुरू हो जाएगी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें