मैं ठीक हूं, मेरी सेहत को लेकर झूठ फैला रही भाजपा; क्यों भड़के नवीन पटनायक
77 वर्षीय नवीन पटनायक ने कहा, ‘भाजपा लोगों से कितना झूठ बोल सकती है, इसकी एक सीमा है। जैसा कि आप देख सकते हैं, मेरा स्वास्थ्य बहुत अच्छा है और मैं महीनों से पूरे राज्य में प्रचार कर रहा हूं।’

ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल अध्यक्ष नवीन पटनायक ने भाजपा पर शुक्रवार को निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनका स्वास्थ्य बेहतर है और वह लोकसभा व विधानसभा चुनाव के लिए पूरे राज्य में प्रचार कर रहे हैं। दरअसल, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के दूसरे नेताओं ने टिप्पणी की थी कि पटनायक को उनके स्वास्थ्य और वृद्धावस्था के मद्देनजर आराम दिया जाना चाहिए। इसके बाद उनका यह बयान सामने आया है।
77 वर्षीय पटनायक ने कहा, ‘भाजपा लोगों से कितना झूठ बोल सकती है, इसकी एक सीमा है। जैसा कि आप देख सकते हैं, मेरा स्वास्थ्य बहुत अच्छा है और मैं महीनों से पूरे राज्य में प्रचार कर रहा हूं।’ भाजपा के कुछ नेताओं ने यह भी आरोप लगाया था कि पटनायक अपने वीडियो संदेशों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का इस्तेमाल कर रहे हैं। इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजू जनता दल के अध्यक्ष ने भाजपा के नेताओं से अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करने को कहा। सीएम पटनायक के करीबी सहयोगी वीके पांडियन ने कहा कि ये टिप्पणियां बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने दावा किया कि ओडिशा के लोग लोकप्रिय मुख्यमंत्री को अपमानित करना पसंद नहीं करेंगे।
बीजद को आसानी से मिल जाएगा बहुमत: पांडियन
इस बीच, पांडियन ने प्रेस वार्ता के दौरान दावा किया कि शनिवार को होने वाले ओडिशा विधानसभा के तीसरे दौर के मतदान के बाद बीजद को आसानी से बहुमत मिल जाएगा। राज्य में सरकार बनाने संबंधी भाजपा के दावे के बारे में पूछे जाने पर पांडियन ने दावा किया कि भाजपा की नजर 147 विधानसभा सीट में से केवल 30 पर है। उन्होंने कहा कि यह उनका आंतरिक लक्ष्य है। वे 2014 से बदलाव की बात कर रहे हैं और ओडिशा में तब से नवीन लहर चल रही है।
ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एकसाथ
ओड़िशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल और भाजपा के जोरदार भाषणों से भरा सबसे रोमांचक चुनाव प्रचार अभियान गुरुवार को थम गया। राज्य में लोकसभा की 6 और विधानसभा की 42 सीटों पर 25 मई को होने वाले मतदान के नतीजे राज्य की भविष्य की राजनीति तय करेंगे कि सत्तारूढ़ बीजद लगातार छठी बार सत्ता बरकरार रखेगी या सभी चुनावी गणित को उलट कर भाजपा सत्ता में आएगी। ओडिशा में पहले ही 13 मई और 20 मई को दो चरणों में चुनाव हो चुके हैं। जिसमें 9 लोकसभा और 63 विधानसभा सीटें शामिल हैं। 25 मई को होने वाले मतदान के बाद शेष 6 लोकसभा और 42 विधानसभा सीटों के लिए अंतिम दौर का चुनाव 1 जून को होगा।