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जगन्नाथ मंदिर में अनोखा चढ़ावा, महिला भिखारी ने दान किए 1 लाख रुपए; बेहद यूनीक है कहानी

उड़ीसा में भीख मांगकर जीवन गुजारने वाली एक बुजुर्ग महिला ने कुछ ऐसा किया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। इस 60 वर्षीय महिला जगन्नाथ मंदिर को एक लाख रुपए दान दिए हैं। इसकी कहानी बेहद यूनीक है।

जगन्नाथ मंदिर में अनोखा चढ़ावा, महिला भिखारी ने दान किए 1 लाख रुपए; बेहद यूनीक है कहानी
Deepakदेवब्रत मोहंती,ओडिशाSat, 17 Dec 2022 07:23 PM

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उड़ीसा में भीख मांगकर जीवन गुजारने वाली एक बुजुर्ग महिला ने कुछ ऐसा किया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। इस 60 वर्षीय महिला जगन्नाथ मंदिर को एक लाख रुपए दान दिए हैं। यह महिला उड़ीसा के कंधमाल जिला स्थित फूलबनी कस्बे में स्थित इसी मंदिर में भीख मांगती थी। महिला का नाम तुला बेहरा बताया गया है और वह फूलबनी कस्बे में रहती है। बीते कई सालों में उसने यह रकम बचाई थी। शुक्रवार को उसने फूलबनी जगन्नाथ टेंपल मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष सुनासीर मोहपात्रा और अन्य सदस्यों को यह रकम दान की। 

भगवान के पैसे, भगवान को अर्पित
तुला बेहरा ने कहा कि मेरी पूरी जिंदगी भगवान जगन्नाथ की कृपा पर निर्भर रही है। वैसे भी मैं अपनी जिंदगी जी चुकी हूं। अब इतने पैसों का क्या करूंगी? इसलिए मैंने अपना सारा पैसा भगवान को अर्पण करने का फैसला किया। तुला बेहरा ने कहा कि मेरे जीवन में जो कुछ भी है, उसके लिए मैं भगवान का शुक्रगुजार हूं। यह भी दिलचस्प बात यह है कि तुला हमेशा से भीखा नहीं मांगती थीं। इसके पीछे एक बेहद इमोशनल कहानी है। हालात ने उन्हें भीख मांगने पर मजबूर कर दिया।

मजबूरी में मांगनी पड़ी भीख
बेहरा मूलरूप से कटक की रहने वाली हैं। फूलबनी में उन्हें प्रफुल्ल बेहरा नाम के शख्स से प्यार हो गया था। इसके बाद वह यहीं रह गईं। हालांकि दोनों की शादी के कुछ ही दिनों के बाद उनके पति प्रफुल्ल इस दुनिया से रुखसत हो गए। इसके बाद वह छोटे-मोटे काम करके अपने जीवन का गुजारा करती रहीं। हालांकि आमदनी इतनी नहीं हो पाती थी कि अपने खाने-पीने का सही ढंग से इंतजाम कर सकें। इसका विपरीत असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ा और आखिर उन्हें भीख मांगने पर मजबूर होना पड़ा।

पोस्ट ऑफिस में जमा करती थीं पैसा
हालांकि भीख मांगने के बाद जो भी थोड़ा-बहुत पैसे उनके पास बचते थे वह उसे पोस्ट ऑफिस अकाउंट में जमा करती रहती थीं। पोस्ट ऑफिस ने उन्हें बताया कि उनकी बचत एक लाख के ऊपर पहुंच चुकी है। इसके बाद उन्होंने अपने इस पैसे को मंदिर को दान करने का फैसला किया। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष सुनासरी मोहपात्रा ने बताया कि जब तुला ने जब इस बाबत उनसे संपर्क किया तो वह पैसे लेने में हिचक रहे थे। हालांकि तुला ने इसके लिए बहुत जोर दिया। इसके बाद मंदिर कमेटी ने धनु संक्रांति के शुभ अवसर पर यह पैसे लेने की बात स्वीकार की।

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