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पेट्रोल-डीजल पर चित्त हुआ विपक्ष? अपनी सरकारों में टैक्स न घटाया तो होगी मुश्किल, उठने लगी मांग

केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल पर टैक्स में कटौती के बाद भाजपा शासित राज्यों ने भी वैट घटाया है। इसके चलते यूपी, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक जैसे राज्यों में पेट्रोल और डीजल...

पेट्रोल-डीजल पर चित्त हुआ विपक्ष? अपनी सरकारों में टैक्स न घटाया तो होगी मुश्किल, उठने लगी मांग
लाइव हिन्दुस्तान ,नई दिल्लीSat, 06 Nov 2021 03:06 PM

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केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल पर टैक्स में कटौती के बाद भाजपा शासित राज्यों ने भी वैट घटाया है। इसके चलते यूपी, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक जैसे राज्यों में पेट्रोल और डीजल के दाम 100 रुपये से नीचे आ गए हैं। भले ही विपक्षी दल इसे उपचुनाव में भाजपा को मिले झटके का असर बता रहे हैं, लेकिन खुद उनके ही शासन वाले राज्यों में टैक्स कटौती न होना सवाल खड़े करता है। अब तक सिर्फ पंजाब में ही टैक्स में कटौती किए जाने के संकेत मिले हैं। इसके अलावा अन्य राज्यों में ऐसी कोई सुगबुगाहट नहीं है। ऐसे में यह साफ है कि महंगाई के मसले पर अब भाजपा उलटे विपक्षी दलों को घेरना शुरू कर सकती है।

राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनियां ने शनिवार को कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार को डीजल व पेट्रोल पर मूल्य संवर्धित कर (वैट) कम करना चाहिए ताकि आम जनता को राहत मिल सके। पूनियां ने कहा कि अगर राज्य सरकार वैट घटाती है तो लोगों को यह ईंधन 10 रुपये और सस्ता मिल सकता है। उन्होंने कहा, 'डीजल और पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में कमी के मोदी सरकार के फैसले से आम आदमी को काफी राहत मिली है। गहलोत सरकार को वैट कम करना चाहिए ताकि राजस्थान में लोगों को पंजाब व हरियाणा जैसे पड़ोसी राज्यों की तरह सस्ता ईंधन मिल सके।' पूनिया ने कहा कि राज्य सरकार को जनहित में जल्द फैसला करना चाहिए। 

दिल्ली में यूपी से महंगा मिल रहा है पेट्रोल और डीजल

उन्होंने कहा, 'डीजल और पेट्रोल पर वैट घटाकर लोगों को राहत दी जाए। सिर्फ केंद्र सरकार के खिलाफ राजनीतिक बयानबाजी करने से कुछ नहीं होगा।' दरअसल राजस्थान के ही पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में अब पेट्रोल और डीजल सस्ता हो गया है। ऐसे में सीमांत जिलों के लोग तो मध्य प्रदेश से ही ईंधन भरवाकर आ रहे हैं। इसी तरह दिल्ली में अब पेट्रोल और डीजल दिल्ली के मुकाबले महंगा बिक रहा है। आमतौर पर दिल्ली में सीएनजी से लेकर पेट्रोल और डीजल तक सब यूपी के मुकाबले सस्ता रहा है, लेकिन टैक्स कटौती के बाद हालात बदल गए हैं।

मध्य प्रदेश में अब महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान से सस्ता पेट्रोल

इसी तरह मध्य प्रदेश में महाराष्ट्र के मुकाबले सस्ता तेल मिल रहा है। एक सप्ताह पहले तक महाराष्ट्र के सीमांत जिलों में मध्य प्रदेश से सस्ते पेट्रोल के बोर्ड लगे थे, लेकिन अब यह दांव उलटा पड़ गया है। महाराष्ट्र के गोंदिया में मध्य प्रदेश से सस्ता पेट्रोल बेचा जा रहा था, लेकिन अब वहां के लोग उलटे मध्य प्रदेश के बालाघाट आ रहे हैं। मध्य प्रदेश में महाराष्ट्र की तुलना में 4 रुपये सस्ता पेट्रोल मिल रहा है। इसके अलावा राजस्थान और छत्तीसगढ़ से सटे जिलों में भी यही स्थिति है। यहां भी अन्य दोनों राज्यों के लोग अकसर मध्य प्रदेश में पेट्रोल के लिए आते दिखते हैं।

केरल की कम्युनिस्ट सरकार ने टैक्स कटौती से किया साफ इनकार

गौरतलब है कि केरल की कम्युनिस्ट सरकार ने भी पेट्रोल और डीजल पर यह कहते हुए टैक्स घटाने से इनकार कर दिया है कि इससे उसके राजस्व पर असर पड़ेगा। राज्य सरकार का कहना है कि कोरोना संकट के चलते उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और वह टैक्स में कमी नहीं कर सकती है। ऐसे में कम्युनिस्ट संगठनों के लिए देश भर में इसे मुद्दा बनाने में मुश्किल आएगी।

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