किसान आंदोलन पर विदेशी प्रोपेगेंडा को गृहमंत्री अमित शाह ने दिया करारा जवाब, कहा- नहीं तोड़ सकते भारत की एकता
भारत के अंदरुनी मामले किसान आंदोलन पर दखलअंदाजी करने वाली पॉप गायिका रिहाना सहित मशहूर विदेशी हस्तियों के दुष्प्रचार पर गृहमंत्री अमित शाह ने भी जवाब दिया है। गृहमंत्री ने कहा है कि कोई भी...
भारत के अंदरुनी मामले किसान आंदोलन पर दखलअंदाजी करने वाली पॉप गायिका रिहाना सहित मशहूर विदेशी हस्तियों के दुष्प्रचार पर गृहमंत्री अमित शाह ने भी जवाब दिया है। गृहमंत्री ने कहा है कि कोई भी प्रोपेगेंडा भारत की एकता को तोड़ नहीं सकता है। ना ही कोई भारत तो नई ऊंचाई पाने से रोक सकता है। गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को एक ट्वीट के जरिए यह जवाब दिया।
गृहमंत्री ने ट्वीट किया, ''कोई प्रोपेगेंडा भारत की एकता को नहीं तोड़ सकता है। कोई प्रोपेगेंडा भारत को ऊंचाइयां प्राप्त करने से नहीं रोक सकता। भारत का भाग्य कोई प्रोपेगेंडा नहीं, केवल प्रगति तय करेगा। प्रगति के लिए भारत एक है और साथ है।'' गृहमंत्री ने ट्वीट के साथ हैशटैग #IndiaAgainstPropaganda #IndiaTogether का इस्तेमाल किया है।
No propaganda can deter India’s unity!
— Amit Shah (@AmitShah) February 3, 2021
No propaganda can stop India to attain new heights!
Propaganda can not decide India’s fate only ‘Progress’ can.
India stands united and together to achieve progress.#IndiaAgainstPropaganda#IndiaTogether https://t.co/ZJXYzGieCt
अमेरिकी पॉप गायिका रिहाना, स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, अमेरिकी अभिनेत्री अमांडा केरनी, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस सहित कई मशहूर हस्तियों ने भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शन के बारे में ट्वीट किए हैं। इसको लेकर भारत में तीखी प्रतिक्रिया हुई है। विदेश मंत्रालय के अलावा सरकार के कई मंत्रियों और खेल से बॉलिवुड तक की हस्तियों ने करारा जवाब दिया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रदर्शन के बारे में जल्दबाजी में टिप्पणी से पहले तथ्यों की जांच-परख की जानी चाहिए और सोशल मीडिया पर हैशटैग तथा सनसनीखेज टिप्पणियों की ललक न तो सही है और न ही जिम्मेदाराना है। मंत्रालय ने कहा है कि कुछ निहित स्वार्थी समूह प्रदर्शनों पर अपना एजेंडा थोपने का प्रयास कर रहे हैं और संसद में पूरी चर्चा के बाद पारित कृषि सुधारों के बारे में देश के कुछ हिस्सों में किसानों के बहुत ही छोटे वर्ग को कुछ आपत्तियां हैं।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ''हम अनुरोध करेंगे कि ऐसे मामलों में जल्दबाजी में टिप्पणी करने से पहले तथ्यों की पड़ताल की जाए और मुद्दों पर यथोचित समझ विकसित की जाए। बयान के अनुसार, '' खासतौर पर मशहूर हस्तियों एवं अन्य द्वारा सोशल मीडिया पर हैशटैग और टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाने की ललक न तो सही है और न ही जिम्मेदाराना है।