'न ED की रेड, न असम के CM' जयराम रमेश ने महाराष्ट्र से की बिहारी सियासत की तुलना
Bihar Politics Updates: बिहार में दिग्गज नेता आरसीपी सिंह की जदयू से विदाई के बाद सियासी हलचल तेज हो गई थी। नीतीश ने आरोप लगाए थे कि भाजपा उनकी पार्टी को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बिहार में हुए सियासी बदलाव की तुलना महाराष्ट्र से कर दी। उन्होंने दोनों राज्यों के सियासी हाल को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। रमेश ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा ने दलबदल पर काम किया। जबकि, बिहार में उन्हें नकारा और बेदखल कर दिया गया। मंगलवार को नीतीश कुमार ने NDA से अलग होने का ऐलान कर दिया था।
कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, 'बिहार में कोई ऑपरेशन लोटस नहीं था। कोई कैश नहीं पकड़ा गया। कोई ईडी रेड नहीं हुई। कोई असम का सीएम नहीं था। कोई रिजॉर्ट की यात्रा नहीं थी। सब कुछ बिहार की स्टाइल में कम खर्च और सभ्य तरीके से हुआ। सीएम को सबसे बड़े दल और अन्य का समर्थन मिला। महाराष्ट्र में भाजपा ने दलबदल पर काम किया। बिहार में भाजपा को नकारा और बेदखळ कर दिया गया।'
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बिहार में क्या हुआ?
बिहार में दिग्गज नेता आरसीपी सिंह की जदयू से विदाई के बाद सियासी हलचल तेज हो गई थी। नीतीश ने आरोप लगाए थे कि भाजपा उनकी पार्टी को तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने मंगलवार को पार्टी के विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई थी। इधर, बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी राजद ने भी महागठबंधन की मीटिंग शुरू की।
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर हुई बैठक में विधायकों ने नीतीश कुमार के नाम पर मुहर लगा दी। इसके बाद नीतीश ने शाम 4 ने राज्यपाल से मुलाकात की और इस्तीफे की पेशकश की।
महाराष्ट्र में क्या हुआ था
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के समर्थन वाले विधायक सूरत और गुवाहाटी रवाना हो गए थे। बाद में हुए सियासी घटनाक्रम में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इधर, शिवसेना के बागी विधायकों ने भाजपा को समर्थन दे दिया था। बाद में शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री बने। मंगलवार को ही करीब 40 दिनों के लंबे इंतजार के बाद महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार हुआ है।