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नितिन गडकरी बोले- मैं दिल्ली में ही रहूंगा, फडणवीस करेंगे महाराष्ट्र का नेतृत्व

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने पर जल्द फैसला लिया जाएगा। चूंकि भाजपा ने शिवसेना से ज्यादा सीटें जीती हैं, इसलिए मुख्यमंत्री उन्हीं की पार्टी का होगा और...

नितिन गडकरी बोले- मैं दिल्ली में ही रहूंगा, फडणवीस करेंगे महाराष्ट्र का नेतृत्व
एजेंसियां।,नागपुर। Fri, 08 Nov 2019 04:53 AM
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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने पर जल्द फैसला लिया जाएगा। चूंकि भाजपा ने शिवसेना से ज्यादा सीटें जीती हैं, इसलिए मुख्यमंत्री उन्हीं की पार्टी का होगा और देवेंद्र फडणवीस नई सरकार का नेतृत्व करेंगे। सरकार गठन में संघ प्रमुख मोहन भागवत की भूमिका के सवाल पर गडकरी ने कहा, 'जो चल रहा है उससे सरसंघचालक को जोड़ना सही नहीं होगा। भाजपा और शिवसेना को नई सरकार के लिए जनादेश मिला है और उम्मीद है कि गतिरोध सुलझा लिया जाएगा।'

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में ही बननी चाहिए महाराष्ट्र में सरकार
नितिन गडकरी ने कहा, 'फडणवीस को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। सरकार उनके नेतृत्व में बननी चाहिए।' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शिवसेना के साथ बातचीत जारी है और इसका निश्चित तौर पर कुछ न कुछ समाधान निकलेगा। गडकरी ने इस बात से भी इनकार किया कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा, 'मेरे महाराष्ट्र आने का सवाल ही नहीं उठता है। मैं दिल्ली में काम कर रहा हूं।' गौरतलब है कि ऐसी खबरें चल रही थीं कि शिवसेना नितिन गडकरी को भाजपा के मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में स्वीकार करने के लिए तैयार है।

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विधायकों ने उद्धव ठाकरे पर छोड़ा सरकार गठन का अंतिम फैसला
महाराष्ट्र में सरकार गठन पर तनातनी के बीच उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को शिवसेना विधायकों के साथ बैठक की। इसमें विधायकों ने प्रस्ताव पारित कर अंतिम निर्णय लेने के लिए उद्धव ठाकरे को अधिकृत किया है। शिवसेना प्रमुख के आवास मातोश्री में बैठक के बाद, सभी विधायक रंगशारदा होटल चले गए, जो मातोश्री के नजदीक में ही स्थित है। सरकार गठन को लेकर अनिश्चितता और विधायकों के दल-बदल की आशंका के बीच इन विधायकों को इस होटल में ठहराया गया। शिवसेना विधायक सुनील प्रभु ने कहा, 'मौजूदा स्थिति में सभी विधायकों का साथ रहना जरूरी है। उद्धव जो भी फैसला लेंगे, हम सब उसे मानने के लिए बाध्य हैं। वहीं, जब यह सवाल संजय राउत से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुंबई में सभी विधायकों के घर नहीं होते। इसलिए, पार्टी ने यह सुनिश्चित करने का फैसला किया कि उन्हें एक ही छत के नीचे सुविधाएं मिलें।'

मुख्यमंत्री पद पर अड़ी शिवसेना, उद्धव गठबंधन तोड़ना नहीं चाहते
करीब एक घंटे तक चली इस बैठक में राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की गई और विधायकों ने दोहराया कि लोकसभा चुनावों से पहले पदों एवं जिम्मेदारियों की समान साझेदारी के जिस फार्मूले पर सहमति बनी थी उसे लागू किया जाए। पार्टी मुख्यमंत्री पद पर ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर अड़ी हुई है। एक विधायक ने कहा कि उद्धव ठाकरे राज्य की मौजूदा स्थितियों से आहत हैं। उन्हें लगता है कि मुद्दों को बैठकर बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जो तय किया गया उससे इनकार किया गया। बैठक में उद्धव ने कहा कि वह भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ना नहीं चाहते। उनको उम्मीद है कि तय फार्मूले को लागू किया जाए। विधायक ने कहा, उन्होंने हमसे इंतजार करने के लिए कहा है।

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