कामकाज में तेजी: तीनों सेनाप्रमुखों के साथ रोज बैठक करेंगी रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रक्षा मंत्रालय के कामकाज में तेजी लानी शुरू कर दी है। उन्होंने रक्षा तैयारियों से जुड़े अहम मुद्दों को लेकर तीनों सेना प्रमुखों के साथ नियमित बैठकें करने का निर्णय लिया...
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रक्षा मंत्रालय के कामकाज में तेजी लानी शुरू कर दी है। उन्होंने रक्षा तैयारियों से जुड़े अहम मुद्दों को लेकर तीनों सेना प्रमुखों के साथ नियमित बैठकें करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही वे रोजाना रक्षा सचिव के साथ भी बैठक कर स्थिति की समीक्षा करेंगी।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने मंत्रालय के कामकाज के तौर-तरीकों से परिचित होने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई दौर की बैठकें की हैं। कई मुद्दों पर अधिकारियों को निर्देश भी दिए गए हैं। रक्षा मंत्री ने आदेश दिया कि रक्षा अधिग्रहण के प्रस्तावों में तेजी लाई जाए। लंबित मामलों का जल्द निपटारा किया जाए।
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सीतारमरण ने जो अहम फैसले लिए हैं, उसमें थल, वायु एवं नौसेना प्रमुखों के साथ रोजाना नियमित बैठक कर रक्षा तैयारियों एवं रणनीतिक मुद्दों की समीक्षा करना है। अभी तक रक्षा मंत्रालय में ऐसा कोई नियम नहीं था। विशेष जरूरत होने पर ही रक्षा मंत्री तीनों सेना प्रमुखों से मिलते थे। लेकिन सीतामरण रोज मिलेंगी। इससे अहम मुद्दों पर तुरंत निर्णय लेने में मदद मिलेगी। मंत्रालय ने बताया कि सीतामरण रोज रक्षा सचिव के साथ भी अलग से बैठक करेंगी।
एक और अहम निर्णय यह लिया गया है कि रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक अब 15 दिन में होगी। जबकि अभी तक यह महीने में सिर्फ एक बार होती थी। इस बैठक में वित्त मंत्री भी मौजूद होते हैं। इसमें रक्षा खरीद की परियोजनाओं को मंजूरी दी जाती है। यहां से मंजूरी के बाद ही प्रस्ताव कैबिनेट में जाता है। सीतारमण चाहती है कि खरीद प्रक्रिया तेज हो। यह तभी संभव होगा जब निर्णय जल्दी होंगे।
रक्षा मंत्री ने संरचना से जुड़ी परियोजनाओं के लिए जमीन के अधिग्रहण में तेजी लाने एवं लंबित मुद्दों को निपटाने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने रक्षाकर्मियों, पूर्व कर्मियों तथा उनके परिवारों से जुड़े मुद्दों को भी जल्द निपटाने को कहा है।
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राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है सर क्रीक : सीतारमण
गांधीनगर। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान से लगी गुजरात सीमा पर स्थित सर क्रीक राष्ट्रीय सुरक्षा, विशेष रूप से गुजरात की सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
सीतारमण ने कहा कि वह यह पता लगाने के लिए सर क्रीक का दौरा करेंगी कि गुजरात की सीमा की रक्षा के लिए और क्या करने की जरूरत है। वह वहां तैनात सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ाने के लिए उनके साथ कुछ समय बिताएंगी। उन्होंने कहा, मैं सर क्रीक तक जाऊंगी ताकि यह देख सकूं कि गुजरात सीमा की रक्षा के लिए क्या करने की जरूरत है। सर क्रीक न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि विशेष रूप से गुजरात की सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
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गोलाबारूद की खरीद सतत प्रक्रिया : सीतारमण
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सशस्त्र बलों के लिए हथियार, गोला-बारूद तथा अन्य सामग्री की खरीद एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है और जोर देकर कहा कि अगर इसमें कोई अंतर होगा, तो इसे जल्द भरा जाएगा। उन्होंने कहा कि एक दिन पहले कैग की रिपोर्ट के बारे में कुछ नहीं बोला जिसमें कहा गया था कि सुरक्षा बलों के पास केवल इतना गोला-बारूद है जो युद्ध की स्थिति में 20 दिन चल सकता है।