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निपाह वायरसः केरल के चार जिलों में यात्रा न करने की सलाह, अब तक 11 ने गंवाई जान

केरल में निपाह वायरस से संक्रमित एक और मरीज की गुरुवार को अस्पताल में मौत हो गई। राज्य उत्तरी हिस्से में फैली इस बीमारी से अब तक 11 लोग दम तोड़ चुके हैं। वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कोझिकोड में...

निपाह वायरसः केरल के चार जिलों में यात्रा न करने की सलाह, अब तक 11 ने गंवाई जान
एजेंसी,कोझिकोड तिरुवनंतपुरमThu, 24 May 2018 10:46 PM
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केरल में निपाह वायरस से संक्रमित एक और मरीज की गुरुवार को अस्पताल में मौत हो गई। राज्य उत्तरी हिस्से में फैली इस बीमारी से अब तक 11 लोग दम तोड़ चुके हैं। वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कोझिकोड में सार्वजिनक सभाओं पर रोक लगा दी गई है। 

कोझिकोड जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. जयश्री ने बताया कि निपाह वायरस से पीड़ित 61 वर्षीय मूसा पिछले कुछ दिन से यहां के एक निजी अस्पताल में भर्ती था। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था। मूसा के परिवार में यह चौथी मौत है। इससे पहले मूसा के बेटों 28 वर्षीय मोहम्मद सलेह, 26 वर्षीय मोहम्मद सादिक और उनकी रिश्तेदार मरिअम्मा की मौत हो चुकी है। इसी परिवार के दोनों भाई के इलाज के दौरान नर्स लिनी की मौत हुई थी। 

चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि करीब 160 नमूनों को जांच के लिए वायरोलॉजी संस्थान भेजा गया है। 13 मामलों में निपाह वायरस की पुष्टि हुई है। इनमें से 11 लोगों की मौत हो चुकी है। कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में 136 मरीज और पास के मलप्पुरम जिले में 24 मरीज हैं, जिन्हें निगरानी में रखा गया है।

कोझिकोड के आयुक्त यू.वी. जोस ने 31 मई तक सभी सार्वजनिक सभाओं, ट्यूशन कक्षाओं सहित सभी प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों पर रोक लगा दी है। यह कदम लोगों को भीड़ या समूह में एक-दूसरे के संपर्क में आने से रोकने के लिए उठाया गया है। राज्य सरकार ने एक परामर्श जारी कर केरल की यात्रा करने वाले सभी लोगों से चार जिलों कोझिकोड, मलप्पुरम, वायनाड और कन्नूर की यात्रा से बचने को कहा है। स्वास्थ्य सचिव राजीव सदानंदन ने कहा कि केरल में किसी भी जगह यात्रा करना सुरक्षित है। अगर अतिरिक्त सतर्कता बरतना चाहते हैं तो इन चार जिलों की यात्रा से बचें। राज्य सरकार ने इस मसले पर विचार के लिए  25 मई को कोझिकोड में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। 

अंतिम संस्कार के नियम तय

निपाह वायरस से पीड़ितों के अंतिम संस्कार के लिए अधिकारियों ने एक प्रोटोकॉल जारी किया है। वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए दाह संस्कार को सबसे बेहतर बताया गया है, लेकिन यदि परिवार दफनाने का विकल्प चुनते हैं तो शव को एक पॉलीथीन बैग से ढका जाना होगा और फिर बहुत गहरे गड्ढे में दफनाना होगा। कोझिकोड के अधिकारियों ने दो कर्मचारियों पर सरकारी शवदाह गृह में दाहसंस्कार में सहयोग नहीं करने के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है।

मुख्यमंत्री की मौजूदगी में उच्च स्तरीय बैठक

केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और संक्रमण रोकने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने सावधानी पूर्वक एहतियाती उपायों को लागू करने के साथ लगातार सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। 

नर्स लिनी को श्रद्धांजलि दी

निपाह वायरस से पीड़ित मरीजों की सेवा में अपनी जान कुर्बान करने वाली नर्स लिनी को सैकड़ों लोगों ने श्रद्धांजलि दी। पेरंबरा तालुक के अस्पताल में वह एक ही परिवार के तीन मरीजों की देखभाल के दौरान वह संक्रमण की चपेट में आईं थीं। केरल स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुधवार रात शोकसभा हुई। इसमें राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा भी मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि नर्स लिनी ने अपनी सेहत की चिंता न करते हुए मरीजों की देखभाल करतीं रहीं। उनका यह बलिदान हमेशा याद रहेगा। सभा में मौजूद राज्य के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने कहा कि लिनी के परिवार ने लंदन से मदद की पेशकश को यह कहते हुए ठुकरा दिया है कि केरल सरकार उनका ध्यान रखेगी। 

ओडिशा में अस्पतालों को अलर्ट

ओडिशा सरकार ने प्रदेश के पांच मेडिकल कॉलेजों और 30 जिला अस्पतालों को निपाह वायरस से सतर्क रहने को कहा है। चिकित्सा अधिकारियों को लिखे पत्र में स्वास्थ्य सेवा के निदेशक ब्रज किशोर ब्रह्मा ने घातक वायरस से बचने के उपाय की जरूरत पर जोर दिया, क्योंकि इसके उपचार के उपाय सीमित हैं। हालांकि, प्रदेश के किसी भी हिस्से से अभी तक इस तरह के किसी मामले की सूचना नहीं मिली है। 

हरियाणा में सतर्क रहने के निर्देश

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को निपाह वायरस के संभावित खतरों से निपटने के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग, सभी सिविल सर्जन और पर्यटक स्थलों के संचालकों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। विज ने कहा कि दक्षिण भारत से फैल रहे इस निपाह वायरस को नियंत्रित करने के लिए मरीजों के लिए समुचित वार्ड, जांच, उपचार तथा आवश्यक दवाइयों के इंतजाम करने को कहा गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य के सभी होटल मालिकों, पर्यटन केंद्र संचालकों तथा रेस्तरां मालिकों को भी साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह एक संक्रमण बीमारी है, इसलिए दक्षिण भारत से आने वाले सभी पर्यटकों पर नजर रखी जाए। इसके साथ ही अन्य प्रदेशों से आने वाले आगंतुकों को यदि बुखार संबंधी कोई बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं तो उनके लिए अलग से व्यवस्था करते हुए डॉक्टर की सलाह लें। 

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