चीन के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन, कानपुर में निकाली गई शी जिनपिंग की शव यात्रा
लद्दाख के गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ हिंसक झड़प के बाद चीन के खिलाफ देश में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। कहीं चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंका जा रहा है तो कहीं पर चीनी कंपनियों के...
लद्दाख के गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ हिंसक झड़प के बाद चीन के खिलाफ देश में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। कहीं चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंका जा रहा है तो कहीं पर चीनी कंपनियों के बैनरों पर कालिख पोती जा रही है। इसके साथ ही चीन के सामानों के बहिष्कार की मांग भी जोर पकड़ रही है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में लोगों ने चीन का विरोध करते हुए प्रतीकात्मक तौर पर वहां के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की शव यात्रा निकाली। यहां के लोगों का कहना है कि गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिकों की जान चली गई, इसके विरोध में यह शव यात्रा निकाली जा रही है।
बिहार में लोगों ने जहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और वहां के रक्षा मंत्री की फोटो पहनकर विरोध प्रदर्शन किया तो वहीं जन अधिकार पार्टी चीफ पप्पू यादव ने पटना में एक जेसीबी मशीन पर चढ़कर चीन के एक मोबाइल फोन उत्पादक कंपनी के पोस्टर पर कालिख पोत दी।
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गलवान घाटी में हिंसक झड़प को लेकर चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन नेपाल में भी हो रहा है। वहां पर ह्यूमेन एक्टिविस्ट एंड पीस सोसाइटी ने काठमांडू स्थित चीन के दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया और शांति बहाल करने की उससे मांग की।
Nepal: Activists of Human Rights and Peace Society, Nepal stage a demonstration in front of Chinese Embassy in Kathmandu, asking China to promote peace. #IndiaChinaFaceOff pic.twitter.com/aMQgnTD7j7
— ANI (@ANI) June 18, 2020
गौरतलब है कि बीते सोमवार की रात भारत और पाकिस्तान के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। इस घटना में भारत के 20 जवान शहीद हो गए जबकि चीन के कम से कम 43 जवान मारे या घायल हुए। यूएस न्यूज के मुताबिक, अमेरिटी इंटेलिजेंस एजेंसी ने बताया कि इस घटना में चीन के 34 जवान मारे गए हैं।
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