नागालैंड से AFSPA खत्म करने की मांग, मुख्यमंत्री रियो बोले- भारत जैसे लोकतंत्र में सेना की ज्यादती ठीक नहीं है
नागालैंड में पिछले दिनों हुई गोलीबारी की घटना के बाद मंगलवार को राज्य की कैबिनेट मैं सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम’ (AFSPA) को हटाने को लेकर सहमति बनी। कैबिनेट ने इस मुद्दे पर भारत सरकार को...
इस खबर को सुनें
नागालैंड में पिछले दिनों हुई गोलीबारी की घटना के बाद मंगलवार को राज्य की कैबिनेट मैं सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम’ (AFSPA) को हटाने को लेकर सहमति बनी। कैबिनेट ने इस मुद्दे पर भारत सरकार को पत्र लिखने का फैसला किया है। राज्य कैबिनेट की बैठक के बाद नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने कहा कि भारत जैसे लोकतंत्र में सेना की ज्यादती ठीक नहीं है।
मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने कहा 'सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम के जरिए सुरक्षा बलों की ओर से की गई ज्यादती भारत जैसे लोकतांत्रिक देस में लोगों के लिए ठीक नहीं है। यह अच्छी बात है कि उन्होंने (केंद्र) टिप के माध्यम से गलत निर्णय लेने की बात स्वीकार की... उम्मीद है कि न्याय होगा।'
नागालैंड के मोन जिले में गोलीबारी की घटना पर मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि लोगों ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर बहुत जोरदार तरीक से बात की है। आज की राज्य कैबिनेट की बैठक में, हमने भारत सरकार से न केवल नागालैंड में बल्कि पूर्वोत्तर के सभी जगहों से अफस्पा को निरस्त करने के लिए कहने का फैसला किया है।
People have spoken very strongly about the unfortunate incident. At today's state cabinet meeting, we decided to ask GoI to repeal AFSPA not only in Nagaland but Northeast (altogether): CM Neiphiu Rio over civilians' death in an anti-insurgency op that went awry in Mon district pic.twitter.com/k9B53M4Hbh
— ANI (@ANI) December 7, 2021
राज्य के मोन जिले में शनिवार को एक विफल उग्रवाद विरोधी अभियान और जवाबी हिंसा में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में कम से कम 14 आम नागरिकों और एक सैनिक की मौत हो गई थी। गोलीबारी की घटना के बाद मोन जिले में स्थिति नियंत्रण में जरूर है लेकिन तनावपूर्ण है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए मोन जिले में इंटरनेट, व्हाट्सऐप और एक साथ की एसएमएस भेजने पर रोक लगा दी गई है।