हिंदुस्तान हिंदू राष्ट्र है, यह छोड़कर सब बदल सकता है: मोहन भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि हिन्दुस्तान हिन्दू राष्ट्र है और संघ में 'हिंदुस्तान हिंदू राष्ट्र है', यह छोड़कर सब बदल सकता है। वह अखिल भारतीय...
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि हिन्दुस्तान हिन्दू राष्ट्र है और संघ में 'हिंदुस्तान हिंदू राष्ट्र है', यह छोड़कर सब बदल सकता है। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील आंबेकर की पुस्तक 'द आरएसएस : रोडमैप्स फॉर 21 सेंचुरी' के विमोचन के मौके पर दिल्ली स्थित अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में बोल रहे थे।
विमोचन में पूर्व मुख्य न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन , फिक्की के अध्यक्ष संदीप सोमानी भी शामिल रहे। इस पुस्तक में सुनील आंबेकर ने अपने दो दशक से भी अधिक के प्रचारक जीवन के दौरान प्राप्त अनुभव तथा देश-विदेश के विश्वविद्यालयों में छात्र-छात्राओं से हुए संवाद से समझी गई आशाओं-आकाक्षांओं को ध्यान में रख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े अनेक पक्षों को स्पष्ट किया है ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत ने कहा कि संघ में प्रत्येक स्वयंसेवक अपने विचारों को अभिव्यक्त करने के लिए स्वतंत्र है। संघ में सामूहिकता की पद्धति है, स्वयंसेवकों में चर्चा-विमर्श के आधार पर निर्णय लेने की परंपरा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में रही है। विभिन्न प्रकार की समाज की समस्यायों के समाधान के लिए स्वयंसेवक निरंतर कार्य कर रहे हैं। संघ को सरल भाषा में समझने हेतु यह पुस्तक महत्वपूर्ण है, वास्तविक परिवर्तन के लिए व्यक्ति के आचरण में बदलाव आवश्यक है।