राजीव शर्मा से बरामद दस्तावेजों की जांच रक्षा मंत्रालय और ईडी करेंगे, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मांगी मदद
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरफ्तार किए गए स्वतंत्र पत्रकार राजीव शर्मा के पास से बरामद संवेदनशील दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी गई है। इन दस्तावेजों की में जांच...
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरफ्तार किए गए स्वतंत्र पत्रकार राजीव शर्मा के पास से बरामद संवेदनशील दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी गई है। इन दस्तावेजों की में जांच रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मदद करेंगे, जबकि शेल कंपनियों और हवाला के जरिए उसके पास आई रकम की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से मदद ली जाएगी। इसके लिए स्पेशल सेल ने बकायदा रक्षा मंत्रालय और ईडी को चिट्ठी भी लिखी है, ताकि पता लगाया जा सके कि आखिरकार रक्षा से जुड़े कौन-कौन से अति महत्वपूर्ण दस्तावेज भेजे गए हैं और जासूसी के इस पूरे नेटवर्क में शेल कंपनी के अलावा हवाला से जुड़े कौन लोग शामिल हैं।
गिरफ्तार आरोपियों के मनी ट्रेल (आर्थिक लेन-देन) पर भी स्पेशल सेल की नजर है। पुलिस ने रक्षा मंत्रालय के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को लिखा है कि शर्मा से जुड़ी दो शेल कंपनियों के अवैध धन के लेन-देन के अलावा अन्य संदिग्ध कंपनियों के साथ भी इस नेटवर्क की भूमिका की जांच करे। स्पेशल सेल को शक है कि गिरफ्तार चीनी महिला और नेपाली पुरुष इन दो कंपनियों के अलावा भी कुछ अन्य कंपनियों से जुड़े हो सकते हैं।
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स्पेशल सेल की नजर खासतौर से बीते महीने करीब एक हजार करोड़ रुपये के कथित हवाला कारोबार के आरोप में आयकर विभाग द्वारा दबोचे गए चीनी नागरिक लुओ सैंग के नेटवर्क पर है। लुओ सैंग ने भारतीय के मणिपुर इलाके के पते पर फर्जी नाम चार्ली पेंग से पासपोर्ट बनाया था। इस नेटवर्क के मुख्य सरगना कहे जाने वाले लुओ सैंग और जासूसी मामले स्पेशल सेल के हत्थे चढ़ी चीनी मूल की महिला किंग शी के बीच के लेन-देने को लेकर भी जांच की जा रही है।
हवाला कारोबारी पेंग भी होगा तलब
जांच एजेंसियों को शक है कि शी और पेंग के बीच भी रुपयों का लेनदेन हुआ। शक के आधार पर चीनी महिला की कंपनी एमजेड फार्मेसी और पेंग की कंपनियों इनविन लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड और ओटीए लॉजिस्टिक और फिन ब्लैक रॉक प्राइवेट लिमिटेड के बीच लेन-देन की जांच की जा रही है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पेंग को तलब भी कर सकती है।
दरअसल, आयकर विभाग ने अगस्त में कहा था कि एनसीआर में रहने वाले चीनी नागरिकों ने, जिसमें पेंग भी शामिल था, 40 बैंक खाते खोलकर 1,000 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की। पेंग एक कारोबारी होने का दावा करता है, लेकिन एजेंसियों को शक है कि यह उसका कवर है। असल में वह एक चीनी जासूस है, जिसे तिब्बती भिक्षुओं और दलाई लामा पर नजर रखने को कहा गया था। क्विंग शी और एमजेड के नेपाली डायरेक्टर शेर सिंह के लिंक्स का भी पता लगाया जा रहा है। आयकर विभाग की छापेमारी के बाद से ही चीनी महिला नेपाली शख्स के बारे में जांच की भी जा रही थी।
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ये संवेदनशील दस्तावेज बरामद
स्पेशल सेल के मुताबिक, सर्च वारंट के बाद जब आरोपी पत्रकार राजीव शर्मा के घर की तलाशी ली गई तो वहां से भारत-चीन बॉर्डर पर भारतीय रक्षा तैयारियों से जुड़े 15 पेज के दो सेट दस्तावेज बरामद किए गए। ये दस्तावेज भारत-चीन सीमा (गालवान घाटी) में भारत की रक्षा रणनीतियों से संबंधित हैं। इसमें सेना की तैयारियों, सैन्य बल की तैनाती, हथियारों को लेकर रणनीति और सीमा पर चीन के खिलाफ बनाई जा रही रणनीति से जुड़े कुछ दस्तावेज शामिल हैं। स्पेशल सेल के मुताबिक शर्मा ने डोकलाम सहित चीन-भूटान-भारत त्रिकोणीय जंक्शन में भारतीय सेना की तैनाती से संबंधित वर्गीकृत जानकारी भेजी। 2017 डोकलाम गतिरोध कुछ ही हफ्तों बाद हुआ जब शर्मा ने भारत की स्थिति, खरीद और सीमा पर रणनीतियों के बारे में कुछ वर्गीकृत जानकारी साझा की। उसने म्यांमार के साथ भारत के सैन्य सहयोग और भारत और चीन के बीच सीमा के बारे में अन्य विवरण की भी जानकारी साझा की।
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लैपटॉप से साक्ष्य बरामद
स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव के मुताबिक आरोपी राजीव शर्मा के पीतमपुरा स्थित घर से बरामद दस्तावेजों के अलावा उनके द्वारा जो सूचनाएं तीन ईमेल के जरिये भेजी गई थीं और इसके लिए जिन लैपटॉप का इस्तेमाल किया गया था, उसका तकनीकी टीम के जरिये ब्योरा हासिल कर लिया गया है, जिसकी बारीकी से जांच की जा रही है। पुलिस के मुताबिक 2013 में एक चीनी दंपति द्वारा विशेष रूप से चीन से पैसा मंगाने और सूचना मुहैया कराने के लिए कैश शर्मा को स्थानांतरित करने के लिए चीनी महिला की दोनों कंपनियों का इस्तेमाल किया जाता था।
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