कांग्रेस को झटके पर झटका, मीरा कुमार नहीं लड़ेंगी सासाराम से लोकसभा चुनाव, बताया अपना प्लान
मीरा बिहार की सासाराम सीट से पांच बार सांसद रह चुकी हैं। जब केंद्र में यूपीए सत्ता में थी, तब मीरा को 2009 में लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया था। वह भारतीय राजनीति के इतिहास में पहली महिला स्पीकर हैं।
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और कांग्रेस नेता मीरा कुमार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रही हैं। यह बात उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर कही। जगजीवन राम की बेटी और पांच बार की सांसद ने फेसबुक पर कहा कि वह पहले की तरह महिला सशक्तिकरण और सामाजिक कार्य करती रहेंगी। उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट किया, "2024 के आम चुनाव में मैंने नहीं लड़ने का निर्णय किया है। मैं अपने देश के लोगों, विशेषकर गरीब, वंचित वर्ग और महिलाओं की सेवा हमेशा करती रहूंगी।"
मीरा बिहार की सासाराम सीट से पांच बार सांसद रह चुकी हैं। जब केंद्र में यूपीए सत्ता में थी, तब मीरा को 2009 में लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया था। वह भारतीय राजनीति के इतिहास में पहली महिला स्पीकर हैं। गौरतलब है कि श्रीमती मीरा कुमार दो बार बिहार के सासाराम संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। वह सासाराम से 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में विजयी हुई थीं। 2004 में वह केंद्रीय मंत्री और 2009 में देश की प्रथम महिला लोकसभा अध्यक्ष बनी थीं लेकिन 2014 और 2019 में वह सासाराम में भाजपा उम्मीदवार छेदी पासवान से हार गईं। उनके पिता जगजीवन राम 1952 के प्रथम चुनाव से 1986 तक सासाराम लोकसभा से लगातार आठ बार सांसद रहे थे।
चुनावी पंडितों के मुताबिक, माना जा रहा है कि मीरा 'इंडिया' के अंदर सीट शेयरिंग फॉर्मूले से खुश नहीं थीं। इसीलिए माना जा रहा है कि उन्होंने खुद को चुनावी लड़ाई से अलग कर लिया है। मीरा एक्स ने कहा कि भले ही वह चुनाव नहीं लड़ेंगी, लेकिन वह पहले की तरह देश के लोगों, खासकर गरीबों, वंचितों और महिलाओं की सेवा करती रहेंगी। हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि मीरा चुनावी लड़ाई से क्यों हट गईं।