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महबूबा ने जताई उम्मीद, मोदी फिर से जीतने पर पाकिस्तान के साथ शुरू करेंगे बातचीत

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तरह उन्हें भी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से चुनाव जीतने पर इस्लामाबाद के साथ बातचीत शुरू करेंगे।...

महबूबा ने जताई उम्मीद, मोदी फिर से जीतने पर पाकिस्तान के साथ शुरू करेंगे बातचीत
एजेंसी,श्रीनगरWed, 10 Apr 2019 10:49 PM
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पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तरह उन्हें भी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से चुनाव जीतने पर इस्लामाबाद के साथ बातचीत शुरू करेंगे। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद का भी यही मानना था, जब उन्होंने 2015 में भाजपा के साथ गठबंधन किया था लेकिन मोदी ने पाकिस्तान के साथ वार्ता शुरू करने के लिए इसका उपयोग नहीं कर एक सुनहरा मौका गंवा दिया था।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ''यही मुफ्ती ने सोचा था। वह जानते थे कि आरएसएस और शिवसेना के समर्थन वाले भाजपा के प्रधानमंत्री यदि इस अवसर का उपयोग करना चाहते तो वह (पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी) वाजपेयी की तरह पाकिस्तान से बात कर सकते थे।"

महबूबा ने लोगों से 'राजमार्ग प्रतिबंध' नहीं मानने को कहा, केंद्र को फलस्तीन जैसे हालात को लेकर चेताया

पीडीपी प्रमुख ने खान की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए यह बात कहीं। दरअसल, खान ने कहा है कि उन्हें लगता है कि यदि भाजपा आम चुनाव जीत जाती है तो भारत के साथ शांति वार्ता की बेहतर गुंजाइश होगी। महबूबा ने कहा, ''अब, यदि मोदी फिर से जीत जाते हैं तो इमरान खान की तरह हमें भी उम्मीद है कि वह (मोदी) पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू कर सकते हैं और मोदी दूसरे मौके का पूरा उपयोग करेंगे।"

इससे पहले पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने लोगों से राजमार्ग पाबंदी नहीं मानने की बुधवार को अपील करते हुए केंद्र सरकार को जम्मू कश्मीर के साथ संबंधों को ''इजराइल - फलस्तीन" जैसे संघर्ष में तब्दील किए जाने के खिलाफ आगाह किया। महबूबा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''मुझे लगता है कि यह (जम्मू कश्मीर का भारत संघ से संबंध) कोई इजराइल - फलस्तीन संबंध नहीं है। यदि भारत सरकार हमारे संबंध को फलस्तीन - इजराइल जैसा बनाना चाहती है, तो उन्हें फलस्तीन जैसे हालात के लिए भी तैयार रहना चाहिए।"

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