बढ़ सकता है मनीष सिसोदिया का पद, अरविंद केजरीवाल का कद; MCD की जीत से AAP के 4 फायदे
MCD नतीजे आप के पक्ष में आते हैं, तो पार्टी अपनी 'कट्टर ईमानदार' के दावे को दोहराने में इस्तेमाल कर सकती है। सीएम केजरीवाल खुले मंच से पार्टी और नेताओं की 'कट्टर ईमानदार' छवि की बात करते रहे हैं।
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म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ऑफ दिल्ली यानी MCD का भविष्य तय हो रहा है। Exit Polls में अनुमान लगाया गया था कि दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) MCD पर भी कब्जा जमाने जा रही है। रुझानों में भी आप को बढ़त मिलती दिख रही है। अगर यही आंकड़े बरकार रहे तो न केवल भाजपा के 15 साल के MCD राज को चुनौती मिलेगी, बल्कि आप दिल्ली में पहली बार 'डबल इंजन' सरकार चलाएगी।
AAP के लिए क्या होंगे मायने
आलोचना से लड़ने में मदद
अगर आप जीत हासिल कर लेती है, तो दल की संभावनाओं में विस्तार हो सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली में बड़ी भूमिका हासिल कर सकते हैं और सीएम अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ने के लिए मुक्त कर सकते हैं। इसके अलावा MCD जीतने से आप दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन मामले के बाद हुई आलोचना का सामना कर सकेगी। साथ ही शराब घोटाला मामले में सिसोदिया के खिलाफ जारी जांच में पार्टी को फायदा मिलेगा।
'कट्टर ईमानदार' के दावे को मजबूती
अगर एमसीडी चुनाव के नतीजे आप के पक्ष में आते हैं, तो पार्टी अपनी 'कट्टर ईमानदार' के दावे को दोहराने में इस्तेमाल कर सकती है। सीएम केजरीवाल खुले मंच से पार्टी और नेताओं की 'कट्टर ईमानदार' छवि की बात करते रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जेल को जेल भेजे जाने पर भी उन्होंने जैन को 'कट्टर ईमानदार' बताया था।
एजेंसियों का घेराव
साथ ही यह दावा और मजबूती से पेश कर सकती है कि केंद्रीय एजेंसियां बदले का काम कर रही हैं। सिसोदिया और केजरीवाल समेत आप नेता लगातार केंद्र सरकार पर नेताओं के खिलाफ एजेंसियों के इस्तेमाल के आरोप लगाते रहे हैं। शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने डिप्टी सीएम के आवास पर दबिश दी थी। इसके अलावा AAP फ्रीबीज की नीति के प्रचार को तेज कर सकती है।
पुरानी जीत से मनोबल मजबूत
साल 2014 से ही दिल्ली में आप की सरकार रही है। इसके अलावा पार्टी ने पंजाब में कांग्रेस का किला ढहाकर बड़ी जीत हासिल की थी। इसके अलावा एग्जिट पोल्स के आंकड़े संभावनाएं जता रहे थे कि पार्टी का खाता गुजरात में भी खुल सकता है। हालांकि, गुजरात और हिमाचल प्रदेश के नतीजे 8 दिसंबर को सामने आएंगे।