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थाने के मंदिर में हुई शादी, पुलिस बनी बाराती और घराती

परिवार वालों ने पहले रिश्ता तय कर दिया और बाद में तोड़ दिया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। रिश्ता तय होने के बाद दोनों एक-दूसरे से प्यार-मोहब्बत की बातें करने लगे। परिवार वालों ने दोनों के बीच बाधक...

थाने के मंदिर में हुई शादी, पुलिस बनी बाराती और घराती
मैनपुरी कुर्रा। संवाददाताTue, 18 Jun 2019 04:32 PM
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परिवार वालों ने पहले रिश्ता तय कर दिया और बाद में तोड़ दिया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। रिश्ता तय होने के बाद दोनों एक-दूसरे से प्यार-मोहब्बत की बातें करने लगे। परिवार वालों ने दोनों के बीच बाधक बनने की कोशिश की तो दोनों विरोध को दरकिनार कर भाग निकले लेकिन इटावा पहुंचने के बाद दोनों ने परिवार की इज्जत की दुहाई दी और परिजनों को इटावा बुला लिया। परिजन दोनों को लेकर कुर्रा थाने पहुंच गए। दोनों बालिग थे पुलिस ने जोर दिया तो दोनों ही पक्ष शादी के लिए भी तैयार हो गए और कुर्रा थाने में ही मंदिर के सामने भगवान को साक्षी मानकर शादी करा दी गई। 

मामला कुर्रा थाना क्षेत्र के ग्राम दूंदे से जुड़ा है। यहां के निवासी नरेंद्र चंद्र ने अपनी पुत्री सरस्वती का रिश्ता शाहजहांपुर जसवंतनगर निवासी चंद्रशेखर उर्फ नीटू पुत्र समोद सिंह के साथ कर दिया था। दोनों परिवारों के बीच पहले से रिश्तेदारी भी थी लेकिन बाद में शादी की बात नहीं बनी तो रिश्ता टूट गया। लेकिन तब तक दोनों ही एक-दूसरे से बातें करने लगे। इस बीच दोनों के बीच बात होने की खबर परिजनों को लगी तो विरोध शुरू हो गया। लड़की के परिजनों ने उसका रिश्ता दूसरी जगह तय करने की बात शुरू कर दी। रिश्ते की बात आगे बढ़ी तो सरस्वती और नीटू ने एक साथ जीने-मरने की कसमें खाईं और घर छोड़कर चले गए। थाना प्रभारी ने समझाया तो थाने में ही हो गई शादी 

इसी बीच लड़की घर से गायब हुई तो पिता ने कुर्रा थाने जाकर नीटू और उसके पिता के खिलाफ घटना की रिपोर्ट दर्ज करा दी। मामला बढ़ा तो इटावा में सरस्वती और नीटू ने परिवार की इज्जत को लेकर बात की और तय किया कि उनकी शादी हो या न हो बदनामी नहीं होने देंगे। यही सोचकर उन्होंने अपने-अपने परिजनों को इटावा बुला लिया। सोमवार को दोनों के परिजन इटावा पहुंच गए। इटावा से परिजन उन्हें कुर्रा थाने ले आए। कुर्रा थाना प्रभारी रूपेश वर्मा ने दोनों परिवारों को आमने-सामने बिठाया। 

लड़का-लड़की बालिग थे। थाना प्रभारी के समझाने पर दोनों ही परिवार शादी के लिए राजी हो गए। इसके बाद दोनों परिवारों की रजामंदी पर थाने के मंदिर के सामने दोनों की शादी करा दी गईं। शादी की अन्य रस्में ससुराल में करने के लिए लड़का पक्ष के लोग लड़की को अपने साथ ले गए। 

लड़का और लड़की बालिग थे। दोनों पक्ष शादी के लिए भी तैयार थे। दोनों पक्षों ने थाने के मंदिर के सामने दोनों की शादी करा दी। दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी तहरीरें वापस ले ली हैं। 
अजयशंकर राय, एसपी मैनपुरी 

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