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मंदसौर फायरिंग: मध्य प्रदेश सरकार ने कहा- किसी को क्लिन चिट नहीं, फिर हो सकती है उच्चस्तरीय जांच

मध्य प्रदेश के मंदसौर में शिवराज सरकार के दौरान किसानों के ऊपर चलाई गई गोली में छह की मौत के बाद जो बवाल हुआ था उस पर अब प्रदेश कांग्रेस सरकार के सुर बदल गए हैं। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन...

मंदसौर फायरिंग: मध्य प्रदेश सरकार ने कहा- किसी को क्लिन चिट नहीं, फिर हो सकती है उच्चस्तरीय जांच
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नयी दिल्ली। Tue, 19 Feb 2019 04:43 PM
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मध्य प्रदेश के मंदसौर में शिवराज सरकार के दौरान किसानों के ऊपर चलाई गई गोली में छह की मौत के बाद जो बवाल हुआ था उस पर अब प्रदेश कांग्रेस सरकार के सुर बदल गए हैं। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन मंदसौर की घटना की फिर से उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की बात कही है।

बाला बच्चन ने कहा- “मंदसौर में किसानों के ऊपर की गई फायरिंग की घटना का विश्लेषण कर रहे हैं। अगर हम इससे संतुष्ट नहीं होते हैं तो हम एक अन्य उच्च स्तरीय जांच कराएंगे। इसमें जो भी गलत पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस घटना में किसी को भी क्लिन चिट नहीं दी गई है।”

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समाचार वार्ता ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि बच्चन ने कहा कि मंदसौर में किसानों पर हुए गोली कांड की न्यायिक जांच रिपोर्ट का परीक्षण करवाया जा रहा है। अगर जांच से संतुष्ट नहीं हुए तो फिर से उच्चस्तरीय जांच करवाएंगे। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। किसी को भी क्लीन चिट नहीं दी गई है।

मध्यप्रदेश विधानसभा में सोमवार को बच्चन ने एक सवाल के लिखित जवाब में कहा था कि छह जून 2017 को महू-नीमच हाईवे रोड बही चौपाटी पर कार्यपालिक दंडाधिकारी की गैरमौजूदगी में पुलिस ने मानक प्रक्रिया का पालन करते हुए आत्मरक्षा में और निजी-शासकीय संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए गोलीबारी की। थाना पिपल्यामंडी में मल्हारगढ़ एसडीएम श्रवण भंडारी ने अनियंत्रित भीड़ को रोकने और संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए विधिक प्रक्रिया के मुताबिक गोली चलाने का आदेश दिया।

इस बारे में खबरें सामने आने के बाद इस विषय को लेकर राजनीति गर्म हो गई है। 

गौरतलब है कि मंदसौर के पिपलिया मंडी थाना में 6 जून 2017 को हिंसक भीड़ पर पुलिस फायरिंग में छह किसानों की मौत हो गई थी।

वहीं, मंदसौर गोलीकांड के बाद कांग्रेस और बीजेपी में उस वक्त काफी बयानबाजी हुई थी। विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाए थे कि मंदसौर गोलीकांड पर निर्दोष किसानों पर फायरिंग के आदेश दिए थे। ऐसे में बाला बच्चन के इस नए बयान के बाद उनकी सरकार पर मंदसौर कांड को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

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