यकीनन वह आहत होंगे... सौरव गांगुली को फिर मिला ममता का सपोर्ट; जय शाह का भी जिक्र
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सौरव गांगुली को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) भेजने की अपील की थी. उन्होंने पूछा कि गांगुली को आईसीसी का चुनाव क्यों नहीं लड़ने दिया गया?
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर सौरव गांगुली का समर्थन करते हुए कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान का बीसीसीआई प्रमुख के रूप में उनका कार्यकाल नहीं बढ़ाया गया और उनकी जगह रोजर बिन्नी को अध्यक्ष बना दिया गया। गांगुली को 19 नवंबर, 2019 को बीसीसीआई अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। पिछले दिनों रोजर बिन्नी को नया अध्यक्ष चुना गया। उन्होंने कहा कि आपने सौरव गांगुली को हटा दिया गया, लेकिन जय शाह को बरकरार रखा।
हाल ही में ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सौरव गांगुली को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) भेजने की अपील की थी. गुरुवार को भी उन्होंने दोहराया कि गांगुली को बीसीसीआई प्रमुख के रूप में दूसरे कार्यकाल से वंचित किया गया था और कहा, "उन्हें आईसीसी चुनाव लड़ने की अनुमति क्यों नहीं दी गई? उन्होंने पद खाली रखा है ताकि कोई इसे लड़ सके। यह सौरव के लिए बहुत अनुचित है। वह दुनिया भर में जाने जाते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "सौरव बहुत हकदार थे। उन्होंने देश को गौरवान्वित किया था। उन्हें वंचित करने का कारण क्या है? पद किसी और के लिए रखा जा रहा है। मैं इसका कारण जानना चाहती हूं। अगर सचिन तेंदुलकर होते तो मैं उनका भी समर्थन करती। सिर्फ इसलिए कि वह एक विनम्र व्यक्ति हैं, उन्होंने कुछ नहीं कहा है, लेकिन मुझे यकीन है कि वह इससे आहत हैं। यह किसी विशेष व्यक्ति को प्राथमिकता देने के लिए एक बेशर्म राजनीतिक प्रतिशोध है।''
बता दें कि इससे पहले भी टीएमसी सौरव गांगुली को लेकर बीजेपी पर निशाना साध चुकी है। टीएमसी ने बीजेपी पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया है और दावा किया कि गांगुली ने बीजेपी में शामिल होने से इनकार कर दिया, जिसकी वजह से ऐसा किया गया। हालांकि, बीजेपी ने टीएमसी पर राजनीति करने का आरोप लगाया और बंगाल सरकार से पहले बंगाल में खेलों को पुनर्जीवित करने पर काम करने को कहा है।