PM मोदी के कार्यक्रम में जय श्री राम के नारों से भड़कीं ममता बनर्जी, छोड़ दिया मंच
हावड़ा स्टेशन पर बने मंच पर भाजपा नेताओं और समर्थकों की ओर से जय श्री राम के नारे लगाए जाने से ममता बनर्जी नाराज हो गईं। हालांकि कार्यक्रम शुरू होने के बाद ममता बनर्जी ने अपना संबोधन भी दिया।
हावड़ा रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाए जाने के कार्यक्रम में बंगाल की सीएम ममता बनर्जी नाराज हो गईं। वह ऐसी भड़कीं की मंच से उतर गईं और उनकी कुर्सी वहां खाली ही रह गई। इसके बाद वह नीचे जाकर प्लेटफॉर्म के पास पड़ी कुर्सियों पर बैठी रहीं। कहा जा रहा है कि मंच पर भाजपा नेताओं और समर्थकों की ओर से जय श्री राम के नारे लगाए जाने से वह नाराज हो गईं। हालांकि कार्यक्रम शुरू होने के बाद उन्होंने अपना संबोधन भी दिया। इस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन के निधन पर दुख जताया।
ममता बनर्जी ने कहा कि दुख की इस घड़ी में परिवार को शक्ति मिले। प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यह देश की 7वीं और बंगाल की पहली वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन होगी। पीएम नरेंद्र मोदी खुद इस कार्यक्रम के लिए जाने वाले थे और उसके बाद कोलकाता में राष्ट्रीय गंगा परिषद की मीटिंग में हिस्सा लेने वाले थे। लेकिन मां के निधन के बाद वह अहमदाबाद पहुंचे। इसके बाद भी उन्होंने पहले से तय कार्यक्रमों को स्थगित नहीं किया बल्कि गुजरात के राजभवन से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम में शामिल होने का फैसला लिया। वंदे भारत की सौगत के साथ ही कोलकाता में आज मेट्रो ट्रेन के एक सेक्शन की भी शुरुआत की गई।
कार्यक्रम के दौरान ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी से संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि आप यहां वर्चुअली शामिल हुए हैं तो यह खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि मां की जगह कोई नहीं ले सकता है। आप की मां हमारे लिए भी मां के समान ही थीं। पीएम नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी के संबोधन के बाद वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई। इसके साथ ही हावड़ा से न्यूजलपाई गुड़ी तक के लिए चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस रवाना हो गई। ट्रेन के प्रस्थान के बाद भी वहां मौजूद भाजपा समर्थकों ने जय श्री राम के नारे लगाए। यह बंगाल की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है। इससे पहले दिल्ली से वाराणसी, दिल्ली से ऊना समेत कई अन्य रूटों पर भी ये ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं।