मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- 70 से ज्यादा का हूं मेरे तो 10-15 साल बचे हैं, युवाओं को दो वैक्सीन
कोरोना वायरस वैक्सीन लगाने के दूसरे चरण की शुरुआत आज यानी 1 मार्च से हो गई है। इस चरण में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और गंभीर बीमारी वाले 45 साल से ऊपर के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। इस...
कोरोना वायरस वैक्सीन लगाने के दूसरे चरण की शुरुआत आज यानी 1 मार्च से हो गई है। इस चरण में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और गंभीर बीमारी वाले 45 साल से ऊपर के लोगों को टीका लगाया जा रहा है।
इस बीच आज राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से जब कोरोना वैक्सीन के बारे में सवाल किया गया तो वे बोले- मेरी उम्र 70 साल से ऊपर है। आपको कोरोना वैक्सीन उन युवाओं को देना चाहिए, जिनके पास लंबा जीवन है। मेरे पास तो जीने के लिए बस 10-15 साल ही बचें हैं।
I am above 70 years of age. You should give it (#COVID19 vaccine) to youngsters who have a longevity in life as opposed to me. I merely have 10-15 more years to live: Mallikarjun Kharge, Leader of Opposition in Rajya Sabha, when asked if he would take the vaccine jab pic.twitter.com/n5ljqmInZt
— ANI (@ANI) March 1, 2021
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि एक मार्च से होने वाला टीकाकरण दस हजार सरकारी और 20 हजार प्राइवेट सेंटरों पर हो सकेगा। सरकारी सेंटर्स पर वैक्सीन मुफ्त में लगेगी, जबकि प्राइवेट में पैसे देने पड़ेंगे। जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''जो लोग प्राइवेट अस्पताल में कोरोना की वैक्सीन लगवाना चाहेंगे, उन्हें पैसे खर्च करने पड़ेंगे। अस्पतालों और मैन्युफैक्चरर्स से बात करने के बाद आने वाले दो-तीन दिनों में प्राइवेट सेंटर पर लगने वाले पैसों के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय फैसला ले लेगा।'' इस बीच, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनके अधिकांश सहयोगी (मंत्री) अपने टीकों का भुगतान करेंगे।
कोरोना टीकाकरण की शुरुआत भारत में 16 जनवरी से हुई थी। तब से अब तक एक करोड़ बीस लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर्स से शुरुआत हुई थी, जिसके बाद दो फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगाई जाने लगी। सरकार ने 20 फरवरी तक समयसीमा तय की थी कि सभी हेल्थकेयर वर्कर्स को कोरोना वायरस वैक्सीन का पहला डोज लगा दिया जाए। अधिकारियों ने बताया कि आठ राज्य 75 फीसदी हेल्थकेयर वर्कर्स को वैक्सीन की पहली डोज दे चुके हैं।