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चंदौली के सांसद महेंद्र नाथ पांडेय इस बार कैबिनेट मंत्री बने, पढ़ें इनके बारे में अहम बातें

चंदौली से लोकसभा सांसद महेंद्र नाथ पांडेय को इस बार कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। यूपी में पार्टी अध्यक्ष बनने से पहले केंद्र में मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री थे। संघ और भाजपा में अच्छी हैसियत...

चंदौली के सांसद महेंद्र नाथ पांडेय इस बार कैबिनेट मंत्री बने, पढ़ें इनके बारे में अहम बातें
कार्यालय संवाददाता,चंदौलीThu, 30 May 2019 10:38 PM
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चंदौली से लोकसभा सांसद महेंद्र नाथ पांडेय को इस बार कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। यूपी में पार्टी अध्यक्ष बनने से पहले केंद्र में मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री थे। संघ और भाजपा में अच्छी हैसियत रखने वाले महेंद्र नाथ पांडेय ने पार्टी के एक अनुशासित फौजी के रूप में दोहरी जिम्मेदारी निभाई है। चंदौली में बहैसियत सासंद अपने कर्तव्य पूरे करने के साथ ही वह पार्टी और संगठन के कामों में तालमेल बैठाकर चुनाव प्रचार में जुटे रहे। अब उन्हें उनकी कड़ी मेहनत का इनाम मिला है।

चंदौली में इस बार उनके मुकाबले सपा-बसपा गठबंधन के संजय सिंह चौहान और जअपा-कांग्रेस गठबंधन की शिवकन्या कुशवाहा चुनावी मैदान पर रहे। इस बार चुनाव में डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय को 5 लाख 10 हजार 733 वोट मिले। उन्होंने सपा-बसपा गठबंधन के संयज सिंह चौहान को 13 हजार 959 वोट के अंतर से हराया। चंदौली सीट के मतदाताओं ने उन्हें दोबारा सांसद चुनकर लोकसभा में भेजने का काम किया। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने 16 साल बाद इस सीट से भाजपा को जीत दिलाई थी। पिछली बार डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय को 4 लाख 14 हजार 135 वोट मिले थे। उन्होंने बसपा प्रत्याशी अनिल कुमार मौर्या को एक लाख 56 हजार 756 वोट के भारी अंतर से हराया था। 

भाजपा का ब्राह्मण चेहरा
दरअसल, वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव तक भाजपा को ब्राह्मण-बनियों की पार्टी कहा जाता था। समाज के एक वर्ग में यह चर्चा थी कि पार्टी इस वर्ग के अलावा किसी और के बारे में नहीं सोचती। लिहाजा, पार्टी और संगठन के स्तर पर एक बड़ा बदलाव किया गया। यह बदलाव ओबीसी के साथ ही दलितों को भी संगठन में समाहित करने और उन्हें बराबर का महत्व देने की रणनीति के रूप में हुआ। इसके बाद पार्टी में बातें होने लगीं कि भाजपा में ब्राह्मणों की अनदेखी की जा रही है। इसी के मद्देनजर 2017 में जब सरकार बनी तो केशव प्रसाद मौर्य को उपमुख्यमंत्री पद सौंपा गया और उनके स्थान पर केंद्रीय मंत्री व पूर्वांचल में भाजपा के कद्दावर नेता महेंद्र नाथ पांडेय को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया।

पार्टी नेतृत्व के विश्वासपात्र
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने महेंद्र नाथ पांडेय को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी बड़े लक्ष्यों के साथ सौंपी थी, जिसे पूरा करने में वह काफी हद तक सफल भी रहे हैं। उन्होंने संगठन में सभी वर्गों को संतुष्ट करने का प्रयास किया है। पार्टी पदाधिकारी उनकी सरलता, सौम्यता और मृदुभाषी व्यक्तित्व की प्रशंसा करते हैं। महेंद्र नाथ पांडेय की राम जन्मभूमि आंदोलन में भी भागीदारी रही है। आपातकाल में वह पांच माह के लिए डीआरडीए के तहत जेल भेजे गए थे। प्रथम राम जन्मभूमि आंदोलन में मुलायम सिंह यादव की सरकार में उन्हें रासुका के तहत निरुद्ध कर दिया गया था।

निजी और सियासी सफर
1.15 अक्तूबर 1957 को गाजीपुर के पखनपुर गांव में जन्म
2.एमए, पीएचडी के साथ ही पत्रकारिता में परास्नातक डिग्री, पूरी शिक्षा-दीक्षा वाराणसी से हुई, 1978 में बीएचयू छात्रसंघ में महामंत्री रहे
3.वर्ष 1978 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े।
4.1975-76 एवीबीपी के वाराणसी जिला संयोजक रहे। 
5.1985-86 में भाजयुमो का प्रदेश मंत्री बनाया। 1987 में भाजपा उत्तर प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य चुने गए। 
6. पहली बार 1991 में सैदपुर (गाजीपुर) विधानसभा से विधायक चुने गए। वहीं 1996 में भी दोबारा सैदपुर का प्रतिनिधित्व किया। 
7. डा. पांडेय उत्तर प्रदेश विधान मंडल के मंत्री रहे। भाजपा-बसपा गठबंधन सरकार में आवास एवं नगर विकास राज्यमंत्री, मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के कार्यकाल में नियोजन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे। 
8. प्रदेश में राजनाथ सिंह व स्वर्गीय रामप्रकाश गुप्ता के कार्यकाल में पंचायती राज्य मंत्री रहे। 
9. डॉ. पांडेय पहली पर 2014 में चंदौली से सांसद चुने गए।
910.फिर एक बार सांसद बने और पहली बार कैबिनेट मंत्री बनाए गए।

सोशल प्रोफाइल
-अप्रैल 2014 में ट्विटर से जुड़े
-2.08 लाख से अधिक लोग करते हैं फॉलो
-8411 ट्वीट कर चुके हैं अभी तक

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