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'हम सर्टिफाइड गुंडे हैं', BJP-शिवसेना झड़प पर बोले संजय राउत- किसी से सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं

बुधवार को दादर इलाके में शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी। इस झड़प पर शिवसेना के वरिष्ठ नेता सजय राउत की प्रतिक्रिया भी आई है। संजय राउत ने कहा है कि...

'हम सर्टिफाइड गुंडे हैं', BJP-शिवसेना झड़प पर बोले संजय राउत- किसी से सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीFri, 18 Jun 2021 12:12 AM
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बुधवार को दादर इलाके में शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी। इस झड़प पर शिवसेना के वरिष्ठ नेता सजय राउत की प्रतिक्रिया भी आई है। संजय राउत ने कहा है कि 'गुंडा होने का सर्टिफिकेट हमें किसी से नहीं चाहिए। हम प्रमाणित हैं।' इसके बाद संजय राउत ने कहा कि जब बात मराठी गौरव और हिंदुत्व की आती है तब हम प्रमाणित गुंडा हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी का कार्यालय राज्य और यहां के लोगों का सिंबल है। संजय राउत ने आगे कहा कि 'बालासाहेब ठाकरे शिवसेना भवन में बैठा करते थे। अगर कोई शिवसेना भवन को टारगेट करेगा तो हम जवाब देंगे, अगर यह गुंडागर्दी कहलाता है तब हम गुंडे हैं।'

बता दें कि अयोध्या में जमीन खरीद के विवाद को लेकर शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक आलेख छपा था। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के युवा इकाई के सदस्य बुधवार को शिवसेना भवन के पास प्रदर्शन करने पहुंचे थे। बीजेपी युवा इकाई के सदस्यों ने शिवसेना पर गुंडागर्दी करने और पार्टी की एक महिला सदस्य के साथ बदसलूकी करने का आरोप भी लगाया था। 

इस प्रदर्शन के दौरान शिवसेना और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी। शिवसेना के विधायक सदा सारवंकर ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए' न्यूज एजेंसी 'PTI' से कहा था कि 'हमें पहले पता चला था कि बीजेपी कार्यकर्ता यहां प्रदर्शन करने के लिए आ रहे हैं, बाद में यह जानकारी मिली कि वो सेना भवन में तोड़फोड़ मचाने के लिए आ रहे हैं। इसलिए हमने उन्हें सेना भवन के नजदीक आने से रोका।'

बता दें कि इस झड़प के बाद पुलिस ने बताया था कि 30 व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 188 (लोक सेवक के वैध आदेश की अवज्ञा) और 269 (जीवन के लिए खतरनाक बीमारी के संक्रमण को फैलाने की आशंका) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई। सात लोगों के खिलाफ दंगा, गैरकानूनी ढंग से एकत्र होने और हमले से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत एक अन्य प्राथमिकी दर्ज की गई है।

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